गर्मी और लू के प्रकोप के बीच शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस ऊपर चढ़ कर 31.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया.वहीं पीतमपुरा और नरेला का न्यूनतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. जिससे सुबह से ही लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से परेशान रहे. विभाग ने सोमवार से मौसम के मिजाज में थोड़ी नरमी आने की संभावना जताई है. वैसे पूरी तरह से लू से राहत मिलने की संभावना अगले सप्ताह के वीकेंड पर हो सकती है.
शुक्रवार को अधिकतम तापमान में तो गिरावट दर्ज की गई. यहां का अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. आज दिल्ली के अधिकतर इलाके का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहा. पालम का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आज आद्र्रता का अधिकतम स्तर 64 फीसद रिकार्ड किया गया. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कल यहां के तापमान के 42 और 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बने रहने की संभावना जतायी है.
भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को कहा कि मध्य और उत्तर भारत के हिस्सों में लू से 27 से 31 मई के बीच धीरे-धीरे निजात मिलने की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मानसून का आगमन छह दिन विलंब से होगा. इस बीच, दक्षिण-पश्चिम मानसून के दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान द्वीपसमूहों व उत्तर अंडमान सागर के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने से अगले 48 घंटों के दौरान स्थिति अनुकूल रहेगी.
दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि से दो दिन पहले अंडमान व निकोबार द्वीपसमूहों पर आ गया, लेकिन बंगाल की खाड़ी में चक्रवात से इसकी प्रगति कमजोर पड़ने की संभावना है जिससे केरल में मानसून के आगमन में विलंब होगा. दूसरी ओर राजधानी में बिजली की मांग अब तक के नये रिकार्ड 6188 मेगावाट पर पहुंच गई. तापमान बुधवार को 46.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था इसकी तुलना में आज यह 43 डिग्री सेल्सियस रहा लेकिन प्रचंड गर्मी से लोगों के घरों और दफ्तरों में रहने की वजह से राजधानी में आज बिजली की मांग ने सारे रिकार्ड तोड़ दिये.
बिजली आपूर्ति कंपनी बीएसईएस के मुताबिक राजधानी में बिजली की मांग 6188 मेगावाट रही जो अब तक का रिकार्ड है.राजधानी में बिजली की मांग में 6 हजार मेगावाट का आंकड़ा पहली बार कल ही पार किया था. कल कुल मांग 6044 मेगावाट रही थी. बिजली कटौती के चलते कई इलाकों में कई घंटे तक अंधेरा रहा. हालांकि सरकार के सूत्र राजधानी में बिजली की कमी नहीं बता रहे हैं.