तमिलनाडु के स्कूलों में बच्चों में बढ़ रहा फ्लू

तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में बच्चों में फ्लू बढ़ने से अस्पतालों में दाखिले की दर बढ़ गई है और बड़ी संख्या में छात्र स्कूलों से अनुपस्थित हैं।डॉक्टरों ने कहा कि राज्यभर में पिछले कुछ हफ्तों में फ्लू से संबंधित बुखार, सर्दी और खांसी की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और ज्यादातर स्कूल जाने वाले बच्चों को प्रभावित कर रही है।

तमिलनाडु के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में बाल रोग के प्रोफेसर डॉ. मनोनमणि. जी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कोविड प्रोटोकॉल में ढील के साथ लोग मास्क पहनने से परहेज कर रहे हैं और यह तमिलनाडु में बच्चों में फ्लू जैसी बीमारियों की वापसी का एक कारण हो सकता है, जो कोविड-19 महामारी के पिछले दो वर्षो के दौरान शांत था।

उन्होंने कहा कि अनुसंधान के लिए लिए गए नमूनों में वायरस के नए रूप मौजूद हैं और अधिकांश बच्चे रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस (आरएसवी) से प्रभावित हैं, जिसने निमोनिया को बच्चों में सामान्य सर्दी और बुखार के सामान्य कारक एजेंट के रूप में बदल दिया है।डॉ. मनोनमणि ने यह भी कहा कि महामारी प्रोटोकॉल से अधिक छूट के बाद वायरस प्रतिशोध के साथ वापस आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ वायरस जो अक्सर उत्परिवर्तित होते हैं, वे भी अनुसंधान के दौरान परीक्षण के नमूनों में मौजूद होते हैं और यह चिंता का विषय है।डॉक्टरों ने यह भी कहा कि ह्यूमन पैराइन्फ्लुएंजा वायरस- 3 (ब्रोंकियोलाइटिस, ब्रोंची और निमोनिया से जुड़ी सांस की बीमारी), राइनोवायरस और इन्फ्लूएंजा बी वायरस आमतौर पर इस मौसम में परीक्षण किए जा रहे नमूनों से देखे जाते हैं।

मदुरै मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजिस्ट डॉ. बिंदू मेनन ने कहा कि कुछ उभरते हुए वायरस हैं जो पहले कभी नहीं देखे गए।उन्होंने कहा कि बच्चों में फ्लू केवल तीन से चार दिनों के लिए होता है, लेकिन बच्चे तीन सप्ताह तक लंबी खांसी में रहते हैं और कफ सिरप देने के बाद भी कोई असर नहीं कर रहा है।तमिलनाडु के कई जिलों के लगभग सभी सरकारी अस्पतालों में बच्चों के वार्ड भरे हुए हैं, क्योंकि बुखार और सर्दी के कारण प्रवेश दर बढ़ रहा है।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *