एनसीपी नेता छगन भुजबल को 31 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया. महाराष्ट्र सदन घोटाले में आरोपी एनसीपी नेता छगन भुजबल की दो दिन की रिमांड गुरुवार को खत्म हो रही थी, जिसके बाद आज उन्हें मुंबई की कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें धन शोधन मामले में 31 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा दिया.प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार रात उन्होंने बेचैनी की शिकायत की थी, जिसके बाद उनकी जांच सरकारी जेजे अस्पताल के डॉक्टरों के एक दल ने की. उनकी जांच के लिए डॉक्टरों को प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय भेजा गया था.
जेजे अस्पताल के डीन डाक्टर टीपी लहाणे ने इस संबंध में बताया कि भुजबल द्वारा बेचैनी की शिकायत करने के बाद हमने उनकी जांच के लिए ईडी कार्यालय में डॉक्टरों की एक टीम को भेजा.वहीं ईडी सूत्रों की माने तो भुजबल ने महाराष्ट्र सदन घोटाल के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया है.उल्लेखनीय है कि भुजबल पर दिल्ली में महाराष्ट्र सदन के अनुबंध के लिए रिश्वत लेने का आरोप है.
ईडी ने 14 मार्च को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री भुजबल को गिरफ्तार किया था.छगन भुजबल की गिरफ्तारी पर एससीपी नेताओं ने कहा, महाराष्ट्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार बदले की कार्रवाई कर रही है. देश में कई लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है.