मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के लिए भावांतर योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों के पंजीयन हो रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से आह्वान किया है कि वे अपना पंजीयन आवश्यक करा लें, ताकि इस योजना के जरिए मिलने वाले आर्थिक लाभ हासिल कर सकें।
मुख्यमंत्री चौहान की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है कि किसान प्राथमिक शि सहकारी समिति केंद्र पर 11 सितंबर से 11 अक्टूबर की अवधि में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, मक्का, मूंग, उड़द और अरहर की फसल का नि:शुल्क पंजीयन करवाएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा कि पंजीयन के आधार पर मंडी में तय अवधि में बेची गई फसल पर किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं मडल विक्रय दरों की अंतर राशि का भुगतान किया जाएगा। किसानों के बैंक खातों में अंतर की राशि राज्य सरकार द्वारा योजना के प्रावधानों के अनुसार जमा कराई जाएगी।