जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया है. हालांकि अभी तक आतंकियों की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन आशंका जताई जा रही है वे स्थानीय निवासी हैं. मुठभेड़ वाली जगह पर खोजी अभियान जारी है. वहीं मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
मारे गए आतंकियों के पास से एके 47, पिस्टल और हैंड ग्रेनेड बरामद हुए हैं. इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना ने सुंजवान हमले सहित पांच आत्मघाती हमलों के षड्यंत्रकर्ता मुफ्ती वकास को गत पांच मार्च को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के हैतवारा गांव में तेजी से संचालित एक अभियान में मार गिराया था.
जम्मू में सुंजवान स्थित सेना के शिविर पर हमले के बाद वकास सुरक्षा एजेंसियों के राडार पर था क्योंकि वह पाकिस्तान स्थित अपने हैंडलर को लगातार जानकारी दे रहा था और उन्हें भरोसा दे रहा था कि ‘अगला हमला’ देश के भीतरी क्षेत्र में होगा.
पुलिस ने वकास का पीछा करने के लिए एक टीम का गठन किया था. वह युवाओं को आत्मघाती हमलावर बनने को प्रेरित करता जिसके कारण उसे ‘किलिंग मशीन’ कहा जाता था. यह पता चला कि उसने फरदीन खानदे (16) और मंजूर अहमद बाबा (21) को ब्रेनवॉश करके कट्टर बनाने तथा उन्हें फिदायीन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.
दोनों ने एक पाकिस्तानी नागरिक के साथ मिलकर दक्षिण कश्मीर के लेथपुरा स्थित सीआरपीएफ के एक शिविर पर 30 दिसम्ब र2017 की रात में हमला किया था. हमले में पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकवादी मारे गए थे.