भारत में घुसते हुए आतंकवादियों को लेकर बोले आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत

आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा- सरहद के उस पार जो आतंकवादी हैं। वो तैयार बैठे हैं। हम भी उनके लिए इस तरफ तैयार बैठे हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए ये मैसेज दिया गया था कि अगर सामने वाला (पाकिस्तान) नहीं समझा तो इसे दोबारा किया जा सकता है। बता दें कि एलओसी पर सीजफायर वॉयलेशन की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

पाकिस्तान आतंकियों की भारत में घुसपैठ की लगातार साजिश रच रहा है। फायरिंग की वजह से कई सिविलियंस को अपने घर छोड़कर सेफ लोकेशंस पर जाना पड़ा है। भारतीय सेना भी पाकिस्तान को माकूल जवाब दे रही है।न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक प्रोग्राम के दौरान आर्मी चीफ ने पाकिस्तान को फिर सख्त मैसेज दिया। जनरल रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का मकसद ही पाकिस्तान के उसकी हरकतों के बारे में आगाह करना था। 

उन्होंने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को उसकी हरकतों के बारे में वॉर्निंग दी गई। हम ये कहना चाहते हैं कि अब भी अगर ये सब बंद नहीं हुआ तो सर्जिकल स्ट्राइक फिर की जा सकती है।घुसपैठ का जिक्र करते हुए आर्मी चीफ ने कहा- सरहद के पार जो आतंकवादी हैं। वो तैयार बैठे हैं। मैं ये कहना चाहता हूं कि हम भी इस तरफ तैयार बैठे हैं। वो आतंकवादी इधर आएंगे।

हम उनको रिसीव करके, ढाई फुट जमीन के नीचे भेजते रहेंगे।बता दें कि कश्मीर के उड़ी सेक्टर में रविवार को सिक्युरिटी फोर्सेज ने एनकाउंटर में 3 आतंकियों को मार गिराया था। ऑफिशियल्स के मुताबिक, आतंकियों ने पिछले साल की तरह ही इस बार भी आर्मी बेस पर हमले की साजिश रची थी।

बता दें कि पिछले साल 18 सितंबर को 4 आतंकियों ने उड़ी में आर्मी ब्रिगेड हेक्वार्टर पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे। इसे 20-21 सालों में इंडियन आर्मी पर किया गया सबसे बड़ा हमला माना गया था।आर्मी के एक ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि रविवार को उड़ी के कालगई एरिया में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।

इस पर आर्मी और पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी गोलीबारी में 3 आतंकी मारे गए। एक जवान और 3 सिविलियन भी जख्मी हुए थे।डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एसपी वैद ने कहा आतंकियों की साजिश सुसाइड अटैक करने की थी, जैसा कि पिछले साल उड़ी में आर्मी बेस पर हुए हमले में एक आतंकी ने किया था।

एक बड़ी त्रासदी टल गई। पुलिस और आर्मी को पहले ही इसकी सूचना मिल गई थी। लिहाजा हमले को रोकने के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें हम कामयाब रहे।अगस्त पूरे महीनेभर में 6 बार अलग-अलग इलाकों में एनकाउंटर हुआ। इसमें 12 अातंकी मारे गए। 2 जवान शहीद हुए।सितंबर उड़ी में हो रहे एनकाउंटर को मिलाकर इस महीने में अब तक 4 आतंकी मारे जा चुके हैं।

2 सितंबर को कुलगाम में एनकाउंटर में सिक्युरिटी फोर्सेस ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी इश्फाक पदेर को मार गिराया था। 9 सितंबर को घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी तारिक भट मारा गया था। इसके दो दिन बाद लश्कर-ए-तैयबा के आदिल डार को हथियारों के साथ अरेस्ट किया गया था।एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अब तक कश्मीर में 144 आतंकी मारे जा चुके हैं। यह संख्या इस दशक में सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2016 में 150 आतंकी मारे गए थे, लेकिन वो आंकड़ा पूरे साल का था।

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