हार की बौखलाहट से अखिलेश यादव कर रहे है आयोग पर अशोभनीय टिप्पणी

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव में हार की घबराहट और बौखलाहट में चुनाव आयोग पर भी अशोभनीय टिप्पणी कर रहे हैं। जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि अखिलेश ने दस मार्च का भी इंतजार नहीं किया जिस दिन मतगणना होगी और अपनी आदत से मजबूर पहले ही ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिये।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इतने बड़े प्रदेश में इतने शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न होने पर अखिलेश को चुनाव आयोग और अधिकारियों को बधाई देनी चाहिए लेकिन वह उन पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।उन्होंने कहा कि अखिलेश को समझ लेना चाहिए कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने गरीब कल्याण के लिए जो कुछ भी किया, उसका भरपूर आशीर्वाद भी जनता ने इस चुनाव में दिया।

जनता ने सपा की जातिवाद, माफियावाद और परिवारवाद की राजनीति को नकार दिया है।उपमुख्यमंत्री ने दोहराया कि बंद करो प्रयास बाइस में, अब प्रयास करो सत्ताइस में क्योंकि साइकिल गई नुमाइश में।इससे पहले उन्होंने ट्वीट पर भी लिखा कि ‘परिवारवाद के प्रतीक अखिलेश यादव का हार के भय से लोकतंत्र बचाने के लिए क्रांति की बात करना महज हास्यास्पद है, कथित परिवारवाद से लोकतंत्र को बचाने का काम केवल भाजपा ही कर रही है।

मौर्य ने ट्विटर पर लिखा सपा गठबंधन के तथाकथित सभी बड़े नेता चुनाव हार चुके हैं, मतगणना के पहले नौटंकी बंद कीजिए, चुनाव आयोग से सभी प्रत्याशियों को ईवीएम मशीन की रखवाली की अनुमति है, परंतु उत्तर प्रदेश अब जातिवादी, परिवारवादी, गुंडागर्दी, दंगाईयों के विरूद्ध ईमानदारी से काम करने वाली पार्टी की सरकार के साथ है और रहेगी।

उप मुख्यमंत्री ने में कहा कि पराजय के डर से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनावों का स्वागत करने की जगह सपा प्रमुख अखिलेश यादव पराजय के बाद का मीडिया के लिए जारी होने वाला प्रेस नोट मतगणना से पहले तैयार कर रहे हैं, सपा की करारी हार सरकार में रहते किए काले कारनामों के कारण हो रही है।

गौरतलब है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी में भाजपा पर प्रशासनिक मशीनरी के जरिये वोटों की चोरी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि यहां के अधिकारी डीएम को निर्देश दे रहे हैं कि जहां भाजपा हार रही है, वहां मतगणना धीमी कर दी जाए।उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है, इसके बाद जिस तरह से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई उसी तरह से आपको, हमको क्रांति करनी पड़ेगी। सभी लोग ईवीएम की रखवाली करें। वोट चोरी होने से बचाएं।

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