कश्मीर में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करने के बाद उग्र हुये प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिये की गयी सेना की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गये.श्रीनगर में गत आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी और दो अन्य आतंकवादियों के मारे जाने के अगले दिन से भड़की हिंसा के बाद शुक्रवार को 84वें दिन भी कर्फ्यू, प्रतिबंध और हड़ताल के कारण घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि शाम तक ज्यादातर इलाकों में हालात काबू में कर लिया गया. हालांकि उन्होंने ने हिंसा में हताहतों की संख्या के बारे कोई जानकारी नहीं दी.उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले के नादिहाल राफियाबाद में प्रतिबंध के बाद भी प्रदर्शनकारी आजादी समर्थक नारेबाजी करने लगे.
जिससे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले और पेलेट गन का सहारा लेना पड़ा.आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सुरक्षाबलों की कार्रवाई में लगभग 12 प्रदर्शनकारी घायल हो गये जिसमें से दो को इलाज के लिये श्रीनगर भेजा गया है.
कुपवड़ा में भी पत्थराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिये सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गये.दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में भी सैकड़ो प्रदर्शनकारी सड़कों पर निकल कर सुरक्षा बलों के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे.पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि शाम तक घाटी में हालात पर काबू पा लिया गया और स्थिति नियंत्रण में है.