भारत में आतंक का तांडव रचाने के लिये बड़ी तादात में आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार है.ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान आतंकियों पर लगातार घुसपैठ के लिए दबाव बना रहा है. कश्मीर के 10 अलग-अलग रास्तों से आतंकी कभी भी घुसने की फिराक में हैं.जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे कश्मीर में आतंक का पारा चढ़ रहा है. सीमा पार से आतंकी भारत में घुसने को तैयार और इंटेललिजेंस की जो रिपोर्ट है और इंटरसेप्ट पर जो कॉल आ रहे हैं वह भारत के लिए चिंताजनक है.
कश्मीर में हिंदुस्तान पाकिस्तान सीमा पर ऐसे 10 पॉइंट है जिन रास्तों पर घुसपैठिये अंदर घुसने के लिए पैनी निगाह बनाये हुए है. लेकिन भारत ने भी इनसे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.आये दिन आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे है और उन्हें न्यूट्रलिज़ किया जा रहा है अभी शनिवार को ही कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश में एक साथ 5 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया.
आतंकियों ने सोमवार को भी कश्मीर में दहशतगर्दी फैलाई. बॉर्डर पर आतंकी संगठनों के बीच लगातार मीटिंग चल रही है. पाकिस्तान इनको समर्थन दे रहा है ताकि भारत की आंतरिक शांति किसी तरह भंग हो सके, लेकिन हम मुस्तैद हैं. देश की सुरक्षा में आये दिन हमारे जवान और ऑफिसर मारे जा रहे है.आतंकी घुसपैठ के लिहाज़ से मई,जून से अगस्त तक का महीना काफी एक्टिव और सेंसेटिव माना जाता है, जब बर्फ पिघलना शुरू हो जाता है और कठिन रास्ते भी खुल जाते हैं.
ऐसे में कश्मीर के जमीनी हालात को देखते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज़ से आर्मी के सभी इंस्टालेशन को अलर्ट कर दिया गया है. इंटरसेप्ट पर जो ट्रेस किया जा रहा है, उसके मुताबिक पाकिस्तान अपने आतंकी संगठनों पर लगातार भारत के खिलाफ बड़ी आतंकी कार्रवाई करने का दवाब बना रहा है.सूत्रों की माने तो सभी एजेंसियों की इंटेलीजेंस रिपोर्ट बता रही हैं कि सीमा पार तकरीबन 250 से ज्यादा आतंकी कश्मीर के रास्ते भारत में आतंक फ़ैलाने को तैयार है. कश्मीर में घुसपैठ के 10 रास्तों से आतंकी लगातार देश मे आतंक फैलाने की फिराक में हैं.
फिलहाल सीमा पार तकरीबन 25 से 35 ट्रेनिंग कैंप एक्टिव है और कुछ 15 से 17 लॉन्चिंग पैड.एक्टिव हैं. अलग-अलग पॉइंट्स पर आतंकियों के करीब 13 से 15 ग्रुप घुसपैठ के लिए तैयार खड़े है.ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक किरन सेक्टर में करीब 3 से 4 ग्रुप , कठुआ में करीब 6 से 7 और तंगधार और पुंछ सेक्टर 5 से 6 ग्रुप एक्टिव है. इनमें से 130 के करीब रेडी टू एक्ट मूड में इसी महीने में आतंक फ़ैलाने के लिहज से कश्मीर के रास्ते भारत में घुसना चाहते हैं.
इंटेलिजेंस विंग की माने तो आतंकियों का पहला लॉट 80 से 90 का होगा. हालाँकि भारतीय सुरक्षा बल इनसे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और आये दिन कश्मीर में आतंकियों को ढेर भी किये जा रहे हैं. मगर इस सब के बीच पाकिस्तान अपने नापाक इरादों को आज़म देने के लिये भी हर अथक कोशिश कर रहा है.खबर ये भी है कि हिजबुल, लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन की बॉर्डर पर सरगर्मी बढ़ गई है.
ये तीनों संगठन एकजुट होकर नयी स्ट्रेटेजी के साथ सीमा पर लगातार मीटिंग कर रहे हैं और इन सब का चीफ हाफिज सईद और मसूद अज़हर भी कई बार इंडों-पाक बॉर्डर पर देखा जा रहा है. हालांकि पहले के मुकाबले सीज फायर उल्लंघन में कमी आई है. इस साल की अगर बात करें तो अब तक पाकिस्तान की तरफ से 3 बार सीमा संधि का उल्लंघन हुआ. दो बार पुंछ में मार्च और अप्रैल महीने में और तीसरी बार मई महीने में उरी में सीज फायर उल्लंघन हुआ.
रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अभी तक 39 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया जिनमें 18 आतंकी लश्कर के थे और 24 विदेशी आतंकी थे.लेकिन अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर छिटपुट फायरिंग की खबरें आती रहती हैं. माना जा रहा है कि ये फायरिंग आतंकियों की घुसपैठ के लिए कवर फायरिंग के तौर पर हो रही है.
कश्मीर के ये 10 ऐसे सेंसिटिव रास्ते है जिन पर घुसपैठियों की निगाहें लगातार बनी हुयी हैं. इसमें पहला रास्ता है गुरेज जिसके सामने पीओके का स्कार्दू इलाका हैं. यहां पर आतंकियों का लॉन्चिंग पैड और कैंप भी है.दूसरा रास्ता जहां से आतंकी लगातार घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं वह है माछिल. इसके सामने पाक का केल इलाका हैं. ये इलाका पहाड़ी और पथरीला है. घने जंगल होने की वजह से यहां से घुसपैठ काफी आसान होता है.
तीसरा इलाका केरन हैं. इसके सामने पाकिस्तान का करको और कुपवाड़ा के सामने मुजफ्फराबाद पड़ता है. दुल्लु इलाके में भी कैंप है. इसी कैंप में आतंकियों की खूंखार ट्रेनिंग होती है.कश्मीर के तंगधार में इस साल कम बर्फ पड़ी है और ऊँचे पहाड़ और गहरी खाईं वाला ये इलाका घुसपैठ के लिए सरल हो गया है. पाकिस्तान के तीठवल इलाके से भी अपने आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश की जा रही है.
उरी सेक्टर वे इलाके हैं जहां से कई बार आतंकियों को घुसपैठ में कामयाबी भी मिली है. पाकिस्तान का चकोठी इलाका इसके सामने है.पुंछ सेक्टर के सामने पाक में कई आतंकी कैंप एक्टिव है.कश्मीर के साथ जम्मू के पुंछ के सामने पाकिस्तान का हलान कैंप पड़ता है. यहाँ भी आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है और खूंखार ट्रेनिंग के बाद आतंकी भारत मेँ तबाही मचाने के लिए इस राश्ते घुसते है.कोटली एरिया में मेंढर नौशेरा और आरएसपुरा वो रास्ते हैं जहां मौसम बदलने के साथ घुसपैठ की कोशिश तेज हो जाती है. इसके बाद डेरी, मीरपुर और सिआलकोट है. मीरपुर के बरहाल और सिआलकोट के छरपइ में भी कैंप है.