गैरसरकारी संगठन रक्षा ज्योति फाउंडेशन की सक्रिय युवा सदस्य और डीएवी स्कूल की दसवीं की छात्रा जाह्नवी बहल ने देशद्रोह मामले में जमानत पर रिहा जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को खुली बहस की चुनौती दी है। जाह्नवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए कन्हैया के भाषणों की निंदा करते हुए कहा कि वह किसी भी समय कन्हैया कुमार से इस विषय पर बहस करने के लिए तैयार हैं।
जाह्नवी ने कहा कि कन्हैया कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि उनको ही अपमानित किया जाने लगा तो देश की साख पर बुरा असर पड़ेगा। कन्हैया कुमार राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का एक विशिष्ट स्थान है, लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीति को चमकाने के लिए युवा वर्ग को भ्रमित कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हर व्यक्ति को भारत के संविधान द्वारा विशेष मौलिक अधिकार दिए गए हैं। वह कन्हैया कुमार से बहस करने के लिए तैयार हैं ताकि वह सीधे तौर पर कन्हैया कुमार द्वारा देश विरोधी टिप्पणियों का जवाब दे सकें।