जब कोई क्लाइंट फ़ोन कर सुरक्षित नौकरी ढूंढने में मदद मांगता है, तो वे मुस्कुराए बिना नहीं रह पाते। उन्हें उस क्लांइट पर हँसी भी आती है।स्टीवर्ट ईमेल के ज़रिए बताते हैं, “आईबीएम में रिटायरमेंट तक काम करना और अंतिम समय में कंपनी की ओर से रोलेक्स घड़ी का पाना, अब पुरानी बात हो चुकी है।”स्टीवर्ट आगे बताते हैं कि अब कोई भी करियर बदलाव से अछूता नहीं है। वे कहते हैं, “हर करियर में नियमित बदलाव हो रहा है, करियर खुद में बदल रहा है, आपसी प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और तकनीकी विकास भी हो रहा है।”
ऐसे में अब ऐसा करियर तलाशना जो बिलकुल सुरक्षित हो, लगभग नामुमकिन है। हालांकि इस समस्या का निदान ज़रूर है।अधिकतर करियर विशेषज्ञों के मुताबिक किसी खास इंडस्ट्री पर ध्यान फोकस करने के बदले पेशेवरों को अलग अलग स्किल्स में अनुभव के साथ निपुणता हासिल करनी चाहिए, ताकि वो एक वैकल्पिक करियर का आधार बन सके।भविष्य के बारे में किसी अनिश्चितता के बावजूद, आपको भविष्य पर नज़र रखनी चाहिए। अटलांटा और पेरिस में अपना दफ़्तर चलाने वाले स्टीवर्ट कहते हैं, “आपको तैयारी करनी चाहिए, साथ में कुछ अलग करने की है, पेशेवर जीवन के अवरोधों से पार पाने के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण कदमों के लिए तैयार होना चाहिए।”
कई बार इसके मायने होते हैं कि आप उन चीजों को आज़माएं जिनके नतीजों को लेकर आप निश्चिंत नहीं हों।डेलोइट एंड टच एलएलपी की प्रमुख मोनिका ओ रिले याद करती हैं कि किस तरह उनके करियर के शुरुआती दिनों में एक फ़ोन कॉल आया था। वह शनिवार की सुबह थी और फ़ोन करने वाले ने उन्हें सोमवार को कोरिया के लिए उड़ान पकड़ने को कहा था ताकि वो छह महीने के प्रोजेक्ट की चुनौती को संभाल सके।ओ रिले को अपनी टीम को लीड करने में आनंद आता था लेकिन वो जानती थीं कि इस चुनौती के लिए उन्हें अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलना पड़ेगा।
लेकिन यह प्रोजेक्ट उनके लिए कामयाबी ले कर आया और उनके सामने कई दूसरे अवसर भी आए। उन्होंने कहा, “मैंने इसे बेहतरीन अवसर के रूप में देखा, मैंने इसे प्यार से निभाया। कभी काम के घंटे नहीं देखे, घर से बाहर काम करना पड़ा रहा है, इसे भी नज़रअंदाज़ किया और ना ही मैं सांस्कृतिक चुनौतियों से डरी।”कई स्थापित पेशेवर, कई दशकों के अनुभव के बाद भी अपनी नौकरी को सुरक्षित मानने की ग़लती करते हैं।
कॉनेक्टिकट स्थित करियर और एग्जीक्यूटिव सक्सेस कंसल्टेंट काथी कैपरिनो कहती हैं, “मैंने सैकड़ों कारपोरेट लीडर्स को देखा है, महिलाओं को भी और पुरुषों को भी। 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग अपनी नौकरी जाने के बाद ही महसूस करते हैं कि उन्होंने अपने लिए सपोर्ट नेटवर्क तैयार नहीं किया। अपने गुणों को अपडेट नहीं रखा, अपने क्षेत्र के नए ट्रेंड्स पर भी नजर नहीं रखा। उन लोगों के पास भी नहीं रहे जो उनकी बेहतर मदद कर सकते थे।”
पेशेवरों को अब इसके लिए तैयार होना चाहिए कि वे अपने पूरे करियर के दौरान 10 से 15 तरह की नौकरियों को कर सकें।लंदन स्थित करयिर्स कंसल्टेंसी कारपोरेट एस्केप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मेटे बारोन कहती हैं, “कोई भी नौकरी या फिर कोई भी करियर जीवन भर नहीं चलता। आर्किटेक्चर, एकाउंटेंसी और कानून के क्षेत्र में पुरानी परंपराएं अब लागू नहीं होती। आज तो जूनियर बैरिस्टर तक को चुनौती का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वे जो रिसर्च काम कर सकते हैं वो काम अब सॉफ्टवेयर करने लगा है।”बारोन के मुताबिक आने वाले दिनों की कामकाजी दुनिया में केवल एक चीज़ निश्चित होगी- लगातार सीखना सबसे अहम होगा। बारोन कहती हैं, “चाहे वो नौकरी से जुड़ा प्रशिक्षण हो या फिर आपका कोई प्रशिक्षण कार्यक्रम, आपको खुद को बेहतर बनाते रहना होगा, इस मानसिकता के ज़रिए ही आप नियोक्ता से नौकरी हासिल कर सकते हैं।”
ऑटोमेटेड सर्विस वाली सेवाओं और नौकरियों से बचें। 2014 के दौरान अकेले ऑस्ट्रेलिया में करीब पांच लाख नौकरियों की कटौती हुई है। ये वो नौकरियां थीं जिन्हें ऑटोमेटेड सेवा के कारण बंद करना पड़ा।ऑक्सफोर्ड मार्टिन स्कूल के कार्यक्रम की 2013 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भविष्य की तकनीक के चलते अगले दो दशक के दौरान 45 फ़ीसदी अमरीकी नौकरियां ख़तरे में हैं।बारोन कहती हैं, “ऐसे में ज़रूरत इस बात की है कि हम उन क्षेत्रों की ओर ध्यान आकर्षित करें जिसमें रोबोट और कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ नहीं रहा हो। ऐसे में उन क्षेत्रों में ध्यान देना चाहिए जिनमें संवाद और रचनात्मकता का योगदान हो, जैसे कि कोचिंग, थेरेपी, सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और रोबोटिक इंजीनियरिंग।”
अगर आप दीर्घकालीन संभावनाओं वाले क्षेत्र में नौकरी तलाश रहे हों तो आप नई नौकरी के मिलने तक का इंतजार नहीं करें बल्कि अपनी कंपनी में ही संभावनाओं को तलाशें।न्यूयार्क रिक्रूटमेंट फर्म एक्सक्यूसर्च ग्रुप के सीईओ एड फ्लेशकमेन कहते हैं, “आप रिसर्च करके कपंनी के सोशल मीडिया और ग्लासडोर प्रोफाइल में संभावना तलाशें। देखें कि कंपनी किन क्षेत्रों में ग्रोथ पर ध्यान फोकस कर रही है।”उन्होंने ईमेल के ज़रिए कहा, “पैसों को ज्यादा अहमियत नहीं दें, कंपनी की वर्किंग कल्चर को अहमियत दीजिए। अगर आप नौकरी करते वक्त संतुष्ट होंगे, तभी विकास के अवसरों के प्रति सचेत होंगे।”
अपना नेटवर्क बनाएं- लिंक्डइन में हर सप्ताह 10 लोगों से संपर्क करें। लोगों को अनुशंसित करें। लोगों के बीच डिस्कशन ग्रुप बनाएं और अपनी राय रखें। कांफ्रेंस और नेटवर्क मीटिंग में हिस्सा लें।जानकारी बढ़ाएं- क्लासेज लें, नए सर्टिफिकेट हासिल करें, इंडस्ट्री की चर्चाओं पर बात करें। मीडिया की मदद से इंडस्ट्री के ट्रेंड पर नजर रखें। टीईडी टॉक को देखें।साक्षात्कार देते रहें- आप अपनी नौकरी से भले कितने ही ख़ुश और संतुष्ट क्यों ना हों, एक साल में कई साक्षात्कार दीजिए। समझिए कि आपकी मार्केट वैल्यू क्या है, आपको क्या ऑफर मिल रहा है। देखिए कि कौन सी कंपनी कामकाजी संस्कृति के लिहाज से आपके लिए बेस्ट है।