Public Health in India: वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। इसके कारण कई तरह की बीमारियां होती हैं। मोटापा इसका मुख्य लक्षण है। चिकित्सकों के अनुसार यदि हम भोजन करते समय या भोजन में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें तो न तो हम मोटे होंगे और न ही बीमार। आज पहले की तुलना में न सिर्फ बीमारियां बढ़ रही हैं बल्कि कौन-सी उम्र में क्या बीमारी होगी, इसका फर्क भी मिट रहा है। इसके लिए काफी हद तक हमारी जीवनशैली और खानपान में आ रहा बदलाव जिम्मेदार है। कैसे अपने बीते कल से सीखकर हम अपना आज सेहतमंद बना सकते हैं, जानें…
आज आठ साल का बच्चा शुगर का मरीज है…छह महीने की बच्ची कैंसर से जूझ रही है..तीस साल की महिला जोड़ों के दर्द से परेशान है…कभी सोचा है कि कल ऐसा क्यों नहीं था? कारण एकदम साफ है। समय की अंधी दौड़ में भागते-भागते हम पीछे मुड़कर देखना और सोचना भूल गए हैं। अगर हम ऐसा करते तो यकीनन जान पाते कि हमारी लगभग हर चीज में औषधीय गुण छिपे हैं। जरूरत है तो सिर्फ उस ओर रुख करने की।
स्वास्थ्य के लिए कुछ जरूरी बातें| | Swasthya ke liye kuch zaroori baatein
सुबह उठकर ताजा पानी (Fresh Water) का एक गिलास पीकर शांत बैठे और भगवान ईश्वर या जिसे भी आप पूजते है उससे याद करे|
सुबह के समय मान पर किसी भी प्रकार कि चिंता या परेशानी (Depression) का बोझ ना डालें|
भगवान ने ही यह जीवन दिया है, वही इसकी रक्षा भी करेगा तो फिर आप इतनी चिंता (Tension) क्यों करते है ?
चिंता आपके स्वास्थ्य (Health) कि सबसे बड़ी दुश्मन है |
रात को सोने से पहले हर रोज़ भगवान (Bhagwan) से प्रार्थना करे कि वह आपको सदा सेहतमंद और सूखी रखें| कभी किसी का बुरा मत सोचे और ना ही किसी के साथ बुरा करें|
सबका भला सोचोगे तो आपका भी भला होगा, अगर बुरा सोचोगे तो आपका भी बुरा ही होगा|
रात में खाना खाने के तुरंत बाद ना सोये, थोड़ी देर सैर करने के बाद ही सोये, इस से सेहत ठीक रहती है|
किसी भी प्रकार का नशा सेहत (Health) के लिए ठीक नहीं होता, इसलिए नशे से दूर् ही रहे |
क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है, क्रोधी आदमी को ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) कि बीमारी सबसे पहले होती है| इसके अतिरिक्त भी क्रोध से बहुत सी बीमरिया शरीर को लगती है, इसलिए क्रोध से बचो|
भगवान और मृत्यु (Death) को हमेशा याद रखो |