क्रिटिक रेटिंग : 2.5/5
स्टार कास्ट : अमित साध, तापसी पन्नू, अर्श बाजवा
डायरेक्टर : अमित रॉय
प्रोड्यूसर : राइजिंग सन, क्राउचिंग टाइगर
संगीत : अनुपम रॉय, अभिषेक-अक्षय, जेब
जॉनर : रोमांटिक कॉमेडी
फिल्ममेकर शूजित सरकार के करीबियों में से एक अमित रॉय ने शादी से रिलेटेड रोमांटिक कॉमेडी जॉनर की फिल्म बनाने का प्रयास किया है।लगभग 3 साल पहले 2013 में शूजित सरकार ने तापसी पन्नू और अमित साध को लेकर एक स्क्रिप्ट अप्रूव की थी, जिसका नाम ‘रनिंग शादी डॉट कॉम’ था और उसी साल के आखिर में यह फिल्म बनकर तैयार हो गई थी।
लेकिन अब जब ये फिल्म रिलीज हो रही है, इसके नाम पर भी कैंची चल चुकी है और टाइटल सिर्फ ‘रनिंग शादी’ ही रह गया है। कैसी बनी है यह फिल्म, आइए जानते हैं।फिल्म की कहानी बिहार के रहने वाले भरोसे (अमित साध) की है, जो अमृतसर में जाकर एक शादी के सामान की दुकान पर काम करता है।
इस दुकान के मालिक की बेटी निम्मी (तापसी पन्नू) की, कुछ कारणों से भरोसे मदद करता है और इस दौरान भरोसे को निम्मी से प्यार तो हो जाता है पर जैसे ही निम्मी कॉलेज जाती है तो उसका उठना बैठना कॉलेज के बच्चों के साथ होने लगता है जिसकी वजह से वो भरोसे को इग्नोर करने लगती है।
इसी बीच भरोसे, दुकान का काम छोड़ कर अपने दोस्त सरबजीत उर्फ सायबरजीत (अर्श बाजवा) के साथ मिलकर भागे हुए कपल्स की शादी कराने की वेबसाइट बनाता है, जिसका नाम रनिंग शादी है। कहानी आगे बढ़ती है, निम्मी एक बार फिर से भरोसे के करीब आती है और उससे शादी करने का प्लान बनाकर घर से भागती भी है।
लेकिन इस बार भरोसे को अपने बिहार के रहने वाले मामा को दिया हुआ वादा याद आता है और वो अपने मामा से बात कर उनकी पसंद की लड़की से शादी करने का फैसला करता है। फिर ट्विस्ट टर्न्स आते हैं और आखिरकार फिल्म को अंजाम मिलता है।फिल्म का डायरेक्शन और लोकेशन आपको डायरेक्ट पंजाब और पटना की गलियों में ले जाते हैं।
कैमरा वर्क के साथ साथ किरदारों के बातचीत करने का ढंग भी वहां की मिट्टी से जुड़ा लगता है। फिल्म की कहानी समय समय पर अपनी लय से भटकी हुई नजर आती है, जिसे दुरुस्त किया जाता तो और भी ज्यादा ग्रिपिंग लगती, स्क्रीनप्ले काफी कमजोर लगता है। कहानी शादी से लेकर रोमांस और रोमांस से पटना, पटना से पंजाब आदि जगहों पर भटकती है, जिसे और भी अच्छा लिखा जा सकता था।
हालांकि, वन लाइनर थॉट अच्छा था।अमित साध ने बहुत ही उम्दा प्रदर्शन किया है और उनकी सरलता, उनके किरदार को और भी ज्यादा आकर्षक बनाया जा सकता था। वहीं, तापसी पन्नू का काम भी सहज है। फिल्म के बाकी किरदारों ने भी अपने रोल को अच्छा निभाया है।
फिल्म का म्यूजिक अच्छा है। हालांकि, रिलीज से पहले कोई भी गाना हिट नहीं हुआ, पर फिल्म में भाग मिल्की भाग.. और प्यार का टेस्ट.. अच्छे गाने लगते हैं।अगर आपको हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्में पसंद हैं, अमित साध और तापसी पन्नू को पसंद करते हैं, तो एक बार जरूर देख सकते हैं।