क्रिटिक रेटिंग : 3.5/ 5
स्टार कास्ट : सोनाक्षी सिन्हा, डायना पेंटी, अली फजल, जिम्मी शेरगिल, पीयूष मिश्रा, अपारशक्ति खुराना
डायरेक्टर : मुदस्सर अजीज
प्रोड्यूसर : आनंद एल राय, कृषिका लुल्ला
जोनर : कॉमेडी
अवधि : 135 मिनट
डायना पैंटी के भागने की कहानी देखी है, तो हैप्पी भाग जाएगी फिर से जरूर देख सकते हैं। कई फिल्मों के बाद सोनाक्षी के लिए यह फिल्म जीवनदान कही जा सकती है। पंजाबी टच के साथ सोनाक्षी एकदम बदली हुई नजर आ रही हैं। फिल्म की कॉमिक टाइमिंग शुरू से लेकर आखिर तक बांधे रखती है।
पहली फिल्म की तरह ही यह फिल्म भी कम्पलीट एंटरटेनर है।डायरेक्टर मुदस्सर अजीज ने 2016 में हैप्पी भाग जाएगी फिल्म बनाई थी। अब नई स्क्रिप्ट के साथ मुदस्सर ने हैप्पी फिर भाग जाएगी बनाई है, जहां इस बार हैप्पी पाकिस्तान नहीं, बल्कि चाइना भागी है। फिल्म में दो-दो हैप्पी हैं, जिसकी वजह से भागमभाग मचती है।
कहानी पाकिस्तान-इंडिया की बजाए चीन में शुरू होती है। चीन के शंघाई एयरपोर्ट पर हैप्पी (डायना पेंटी) अपने पति गुड्डू (अली फजल) के साथ एक म्यूजिक कन्सर्ट में आई है और दूसरी हैप्पी (सोनाक्षी सिन्हा) शंघाई की एक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर का जॉब ज्वाइन करने आती है।
एयरपोर्ट पर कुछ चीनी किडनैपर पहली हैप्पी (डायना पेंटी) को किडनैप करने आते हैं, लेकिन एक जैसे नाम होने के कारण गलती से दूसरी हैप्पी (सोनाक्षी) को किडनैप कर लेते हैं। इतना ही नहीं किडनैपर भारत से दमन सिंह बग्गा (जिम्मी शेरगिल) को उसकी शादी और पाकिस्तान से उस्मान अफरीदी (पीयूष मिश्रा) को उसकी रिटायरमेंट पार्टी से उठा लाते हैं।
इसी बीच किडनैपर के चंगुल से छूटकर हैप्पी इंडियन एंबेसी में काम कर रहे पंजाबी लड़के खुशवंत सिंह उर्फ खुशी (जस्सी गिल) से मिलती है। फिर शुरू होते हैं कन्फ्यूजन के बीच कई मजेदार ट्विस्ट। अब किडनैपर क्यों पहले वाली हैप्पी को पकड़ना चाहते हैं।
कैसे दूर होगा दोनों हैप्पी का ये कन्फ्यूजन। ये सभी बातें आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगी।डायरेक्टर मुदस्सर अजीज की स्क्रिप्ट में कुछ बातें मिसिंग हैं। आखिरी तक ये कन्फूजन रहता है कि आखिर किडनैपर गलत हैप्पी को ही क्यों पकड़ना चाहते हैं।
हालांकि, अजीज ने फिल्म में हंसाने के लिए बहुत मसाला डाला है। जिम्मी शेरगिल और पीयूष मिश्रा ने पूरी फिल्म में हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिम्मी और पीयूष फिल्म की पूरी लाइमलाइट लूटकर ले गए। दोनों की ये जुगलबंदी कमाल की रही।
अपनी पहली फिल्म में खुशी के किरदार में जस्सी गिल ने अच्छी परफॉर्मेंस दी है। सोहेल सेन का म्यूजिक अच्छा है। पुराना गाना मेरा नाम चिन-चिन चू को पंजाबी फ्लेवर के साथ पेश किया गया है। 2 घंटे से ज्यादा की इस मसाला फिल्म को एक बार देखने जाया जा सकता है।