जनमत संग्रह में जनता ने यूरोपीय संघ की ओर से प्रस्तावित बेलआउट की शर्तों को अस्वीकार कर दिया है.मतगणना के बाद 61 प्रतिशत से भी अधिक लोगों ने बेलआउट की शर्तों को नकारने के पक्ष में वोट किया है. वहीं इसके पक्ष में करीब 39 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले हैं.सरकार ने देश की जनता को बेलआउट शर्तों को ‘नकारने’ के लिए वोट डालने की अपील की थी. लेकिन विपक्षियों का मानना है कि बेलआउट की शर्तों को नकारने से ग्रीस को यूरोजोन से बाहर होने का खतरा उठाना पड़ सकता है जिससे देश की मुसीबतें और भी अधिक बढ़ जाएंगी.
ग्रीस (यूनान) के प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास ने मतदान के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे पता है कि आप लोगों ने मुश्किल और विपरीत परिस्थितियों में एक बहादुरी भरा फैसला किया है. साथ देने के लिये सबका शुक्रिया, हम इस स्थिति से निकलने में जरूर कामयाब होंगे. जनता की इच्छा को कोई भी अनदेखा नहीं कर सकता.जनमत संग्रह के अंतिम परिणाम आते ही ग्रीस की सड़कों पर जश्न का दौर शुरू हो गया. हजारों हजार की संख्या में लोग यूरोपीय संघ प्रस्तावित बेलआउट की शर्तों को नकारे जाने पर खुशी में सराबोर हो गये.
ग्रीस के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रमुख विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के एंटोनिस समरास ने परिणामों के बाद अपने पार्टी के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं परिणामों के बाद यूरोप की मुद्रा यूरो में भी गिरावट दर्ज की गई.सरकार ने यूरोपीय संघ की ओर से पेश बेलआउट पैकेज की शर्तों की आलोचना करते हुए इसे ‘अपमानजनक’ करार दिया है. एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शर्तों को नकारने से देश को गंभीर रिण संकट से उबारने की नयी बातचीत में उन्हें अधिक लाभ मिल सकता है. देश के वित्त मंत्री यानिस वाराउफाकिस ने अपना वोट डालने के पश्चात इस जनमत संग्रह को एक ‘पवित्र पल’ करार दिया.