Different Prescriptions For Different Diseases : शरीर में विकारों, दोषों, विजातीय अथवा अनुपयोगी तत्त्वों का जमा होकर, शरीर के विभिन्न तन्त्रों के स्वचालित, स्वनियंत्रित कार्यो में अवरोध अथवा असन्तुलन उत्पन्न करना, कोषिकाओं का निश्क्रिय हो जाना, रोग होता है। असंयमित, अनियंत्रित, अविवेकपूर्ण स्वछन्द आचरण के द्वारा शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक क्षमताओं का अपव्यय, दुरुपयोग करने से जो विकार उत्पन्न हों, …
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