चिली ने यहां अर्जेंटीना को पेनल्टी शूटआउट में हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया। लियोनेल मेसी को लगातार दूसरे प्रुखख अंतरराष्ट्रीय फाइनल में मायूसी का सामना करना पड़ा। अलेक्सिस सांचेज ने चिली की तरफ से विजयी गोल किया। दोनों टीमें निर्धारित समय में गोल करने में नाकाम रही जिसके बाद शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें मेजबान चिली ने 4-1 से बाजी मारी। सांचेज ने जैसे ही सर्जियों रोमेरो को छकाकर पेनल्टी पर निर्णायक गोल किया, एस्टेडिया नेशनल में मौजूद 45 हजार दर्शक जश्न मनाने लगे। चिली ने शूटआउट में पूरा नियंत्रण रखा।
अर्जेंटीना के गोंजालो हिगुएन का शाट क्रास बार से बाहर निकल गया जबकि चिली के गोलकीपर क्लाडियो ब्रावो ने बेनेगा का शाट रोक दिया था। इस तरह से अर्जेंटीनी कप्तान मेसी का 22 साल में अपनी टीम को पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब दिलाने का सपना पूरा नहीं हो पाया। वह निराश दिख रहे थे। दूसरी तरफ चिली ने कोपा अमेरिका में अर्जेंटीना पर पहली जीत दर्ज की। चिली के स्टार अतरुरो विडाल ने कहा, ‘यह सपना सच होने जैसा है। हमने इसके लिये कड़ी मेहनत की थी।’
सांचेज ने कहा कि पिछले साल विश्व कप में पेनल्टी शूटआउट में बाहर होने के बाद उनकी टीम कोपा अमेरिका जीतने के लिये प्रतिबद्ध थी। उन्होंने कहा, ‘हमने ब्राजील में इस बारे में बात की थी कि हमें कोपा अमेरिका में जीत दर्ज करनी है। यह वास्तव में बेहतरीन टीम है और हम इसके हकदार थे।’ मेसी के लिये हालांकि यह एक और दर्दनाक हार है। ठीक एक साल पहले उनकी टीम ब्राजील में विश्व कप फाइनल में जर्मनी से हार गयी थी।