Shani Amavasya Vrat Vidhi शनि अमावस्या पूजा विधि

Shanidev-Totke

शनि अमावस्या पूजा विधि (Shani Amavasya Puja Vidhi in Hindi)

भविष्य पुराण के अनुसार प्रत्येक माह की पूर्णिमा और अमावस्या को पितर-शांति के लिए विशेष पूजा करनी चाहिए। अधिकतर ज्योतिषी शनि अमावस्या के दिन अन्य अमावस्या की तरह ही पूजा करने की सलाह देते हैं। इस दिन शनिदेव का विशेष पूजन करना चाहिए। इस दिन प्रात: काल पीपल के पेड़ पर या शनिदेव की प्रतिमा पर काला तिल युक्त जल अर्पित करना चाहिए। शनिदेव की प्रतिमा पर तेल अर्पित कर उनसे प्रार्थना करनी चाहिए।

शनि चालीसा (Shani Chalisa in Hindi)

शनिदेव की आरती (Shani Dev Aarti in Hindi)

भगवान शनि देव के मंत्र (Shani Dev Mantra in Hindi)

शनि अमावस्या का महत्व (Importance of Shani Amavasya)

पुराणों में वर्णित है कि शनिदेव की महादशा या साढ़ेसाती से परेशान जातकों को शनि अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इस दिन पूजा करने से शनिदेव आसानी से प्रसन्न होते हैं।

Check Also

नवरात्रि के पांचवें दिन करें स्कंदमाता की पूजा, इन मंत्रों से करें प्रसन्न

मां दुर्गाजी के पांचवें स्वरूप को स्कन्दमाता के नाम से जाना जाता है। ये भगवान् …