कोयला घोटाला मामले में आपराधिक जांच के तहत नवीनतम प्राथमिकियां महाराष्ट्र, झारखंड, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में स्थित कंपनियों के विरूद्ध ईडी द्वारा दर्ज की गयी हैं। ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत अलग मामले दर्ज करने से पहले वर्तमान सीबीआई प्राथमिकियां का संज्ञान लिया। इन नये मामलों के साथ ही एजेंसी इस जांच में अबतक 40 से अधिक मामले दर्ज कर चुकी है, जिनकी सीबीआई द्वारा समानांतर रूप से जांच की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी अब इन कंपनियों के अधिकारियों एवं मालिकों के बयान दर्ज करने के लिए उनके खिलाफ सम्मन जारी करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। एजेंसी ने इन कंपनियों की कुछ संपत्ति धनशोधन कानून के तहत कुर्क करने की भी योजना बनायी है।सीबीआई भी भादसं एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत करीब चार दर्जन मामले दर्ज कर चुकी है।
सूत्रों के अनुसार आपराधिक आरोप लगाने से पहले ईडी पहले ही इन कंपनियों के कई दस्तावेजों एवं वित्तीय विवरणों की जांच कर चुकी है। ये कागजात उसे सीबीआई से मिले थे। ईडी पूर्व कोयला राज्यमंत्री दसारि नारायण राव से भी पूछताछ कर चुकी है जिन्हें कोयला घोटाला जांच मामलों में अन्य निजी पक्षकारों के साथ नामित किया गया है। वह इस जांच के तहत अबतक 200 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है।