दुबई से 190 लोगों के साथ आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान शुक्रवार को यहां भारी बारिश के बीच लैंडिंग के दौरान हवाईपट्टी पर फिसलने के बाद खाई में जा गिरी. अधिकारियों ने कहा कि गिरने के बाद विमान दो हिस्सों में टूट गया और उसमें सवार 17 लोगों की मौत हो गई.
पुलिस और एयरलाइंस के अधिकारियों ने कहा कि मृतकों में मुख्य पायलट कैप्टन दीपक साठे और उनके सह-पायलट अखिलेश कुमार भी शामिल हैं. साठे भारतीय वायु सेना में पहले विंग कमांडर रह चुके थे.
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने आधी रात को जारी बयान में कहा दुर्भाग्य से पायलटों की मौत हो गई है और दुख की इस घड़ी में हम उनके परिजनों के संपर्क में हैं.नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि बी737 द्वारा दुबई से संचालित उड़ान संख्या आईएक्स1344 शुक्रवार को कोझिकोड में शाम सात बजकर 41 मिनट पर रनवे पर फिसल गई.
लैंडिंग के समय आग लगने की कोई खबर नहीं है.मंत्रालय ने कहा, विमान में 10 नवजात समेत 184 यात्री, दो पायलट और चालक दल के चार सदस्य थे. यह वंदे भारत मिशन के तहत भारतीयों को वापस घर लाने के लिये उड़ान थी.
मलाप्पुरम के जिलाधिकारी के गोपालकृष्णन ने पत्रकारों से बातचीत में 17 लोगों की मौत की पुष्टि की और कहा कि 110 लोगों को कोझिकोड के अस्पतालों में और 80 लोगों को मलाप्पुरम के अस्पतालों में लाया गया है. गोपालकृष्णन ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘विमान घाटी में गिर गया और दो हिस्सों में टूट गया.
इसमें चालक दल सहित कुल 190 यात्री सवार थे. इसमें 174 वयस्क, 10 शिशु और चालक दल के छह सदस्य शामिल हैं. उन्होंने कहा बचाव अभियान डेढ़ घंटे के भीतर खत्म हो गया. सभी कीमती सामान और अन्य सामानों को कब्जे में ले लिया गया है.
उन्होंने कहा कि 110 लोगों को कोझिकोड के सात अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनमें से 11 लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने बताया शेष लोगों का इलाज चल रहा है. मलाप्पुरम के अस्पतालों में भर्ती 80 लोगों में से छह लोगों की मौत की सूचना हमें मिली है.उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की हालत गंभीर है.
जिलाधिकारी ने कहा कि विमान के पिछले हिस्से में फंसे दो यात्रियों को बड़ी मुश्किल से निकाला जा सका. बचाए गए यात्रियों में से एक रियाज ने कहा कि उतरने से पहले विमान ने दो बार हवाई अड्डे का चक्कर लगाया. उन्होंने बताया मैं पिछली सीट पर था और बड़ा शोर था और मुझे नहीं पता कि उसके बाद क्या हुआ.