भारत में असहिष्णुता को लेकर जारी बहस के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर बयान दिया है। इमरान ने कहा कि हम अल्पसंख्यकों को बराबरी का दर्जा देंगे। पाक पीएम का यह बयान भारत के पूर्व क्रिकेटर मो. कैफ के अल्पसंख्यकों पर बयान के कुछ घंटे बाद आया।
इसमें कैफ ने कहा था कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार किया जाए, इस पर पाक को नसीहत देने की जरूरत नहीं है।कैफ ने ट्वीट किया था- बंटवारे के समय पाकिस्तान में 20% अल्पसंख्यक थे। अब 2% से भी कम बचे हैं।
दूसरी तरफ, आजादी के बाद से भारत में अल्पसंख्यकों की तादाद में काफी इजाफा हुआ है। पाकिस्तान तो ऐसा आखिरी देश होगा, जिसे अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव को लेकर नसीहत देनी चाहिए।कैफ के ट्वीट के कुछ घंटों बाद इमरान ने ट्वीट किया- हमारी सरकार ये निश्चित करेगी कि पाकिस्तान में सभी समुदायों के साथ एक जैसा बर्ताव हो।
भले ही भारत में कुछ भी हो रहा हो। जैसा कि हमारे संस्थापक मो. अली जिन्ना ने कल्पना की थी, पाकिस्तान आज उसी तरह अल्पसंख्यकों के अधिकार के लिए खड़ा है। जिन्ना ने लोकतांत्रिक, न्यायपूर्ण और दयावान पाकिस्तान की कल्पना की थी। वह चाहते थे कि अल्पसंख्यकों को हमारे नागरिकों के बराबर दर्जा मिले।
इससे पहले इमरान ने कहा था- हम हिंदुस्तान को दिखा देंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है। भले ही भारत में कुछ भी हो रहा हो। अलग पाकिस्तान के लिए जिन्ना का संघर्ष तब शुरू हुआ था, जब उन्हें यह अहसास हो गया था कि हिंदुस्तान में बहुसंख्यक हिंदू अल्पसंख्यक मुस्लिमों के साथ बराबरी का व्यवहार नहीं करेंगे।