पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा (यूएनजीए) के इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता की इच्छा जताई है। पाकिस्तान के विदेश विभाग की तरफ से कहा गया कि इसके लिए कोशिश की जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा इस महीने होनी है। इसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी शामिल होंगे।पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि इस बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है।
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या दोनों पक्षों ने इसके लिए एक-दूसरे से संपर्क किया है तो उन्होंने कहा कि हम इस मसले पर संपर्क में हैं।करतारपुर साहिब गुरुद्वारा कॉरिडोर को भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने के सवाल पर फैजल ने कहा कि इस बारे में दोनों देशों के बीच अभी तक कोई भी औपचारिक वार्ता नहीं हुई है।
पिछले दिनों पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि उन्हें पाक सरकार और आर्मी चीफ ने कॉरिडोर खोलने का आश्वासन दिया है।सिद्धू के इस दावे को भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी नकार दिया था। कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है।
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच आखिरी व्यापक द्विपक्षीय वार्ता 2015 में हुई थी। तब सुषमा स्वराज हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद गई थीं। उस वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के स्तर पर पाकिस्तान के साथ आखिरी ठोस संवाद हुआ था।
भारत यही कहता आ रहा है कि द्विपक्षीय वार्ता तब तक नहीं हो सकती जब तक पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं करता।