नवाज शरीफ की सत्तारूढ़ पार्टी पीएमएल (एन) गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र में हुए विधानसभा चुनाव में अकेली सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि शरीफ की पार्टी ने सोमवार को हुए चुनाव में इस क्षेत्र की 24 में से 14 सीटों पर जीत हासिल की। इन सीटों के लिए विभिन्न पार्टियों के 272 उम्मीदवार खड़े थे। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपल्स पार्टी महज एक सीट जीत पाई, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मेंहदी शाह अपनी सीट भी नहीं बचा सके। दो महिला उम्मीदवारों को भी जीत नसीब नहीं हुई। अनाधिकारिक नतीजों के अनुसार तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई है, जबकि शियाओं की मजहबी पार्टी मजलिस वहदतुल मुसलमीन (MWM) को दो सीटें मिली हैं।
क्रिकेट से सियासत में आए इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इस्लाम इस इलाके में पकड़ बनाने में नाकाम रही। उसे बस एक सीट मिली। पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ की ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग को कोई सीट नहीं मिल सकी। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फज्ल) और जमात-ए-इस्लामी जैसी पारंपरिक धार्मिक पार्टियां इस चुनाव पर कोई असर नहीं छोड़ सकीं।तकनीकी तौर पर गिलगिट-बाल्टिस्तान पाकिस्तान में शामिल नहीं है, लेकिन 2009 में सत्ता के विकेंद्रीकरण के बाद यह पाकिस्तान के चार प्रांतों की तरह है। 2009 में इसका नाम ना सिर्फ उत्तर क्षेत्र से मौजूदा गिलगिट-बाल्टिस्तान कर दिया गया, बल्कि वहां स्थानीय विधानसभा का प्रावधान भी किया गया।