पाकिस्तान से आईएसआई और उसके आस्तीन में पल रहे आतंकियों के हौंसले बुलंद हो गए हैं।इसी कारण जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की सख्त कार्रवाई के बावजूद आईएसआई के भारत में खासकर कश्मीर में आतंकी हमले करने की नापाक हरकत थमने का नाम नहीं ले रही है।
यह बात दिगर है कि भारतीय सुरक्षाबलों के खौफ से नए आतंकी भारत आने से पहले खौफ में हैं। लिहाजा आईएसआई मोटी रकम देकर पुराने आतंकियों को खासकर वे आतंकी, जो अफगानिस्ता हमले के बाद थककर आराम फरमा रहे थे, उसे एक्टिव कर दिया है।सूत्रों के अनुसार पाक अधिकृत कश्मीर में एक बार फिर बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को दे दी गई है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पीओके में एक बार फिर से सुस्त पड़े आतंकी कैंपों को एक्टिव किया है। इन आतंकी कैंपों में अफगानिस्तान से लौटे करीब 80 से 90 आतंकियों को दोबारा भारत में हमले के लिए तैयार किया गया है।
खुफिया सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इन कैंपों में लौटे सभी आतंकी वे पाकिस्तानी हैं, जिसे आईएसआई ने अफगानिस्तान में तालिबान की मदद के लिए भेजा था। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लश्कर, जैश और अफगानी आतंकियों के कई दर्जन से ज्यादा आतंकियों को आईएसआई और आर्मी ने प्रशिक्षण दिया है।
खुफिया सूत्रों का अनुमान है कि इन लांच पैड के जरिए पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराकर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकता है।खुफिया ने अपनी रिपोर्ट में उरी सेक्टर के पास जिन लांच पैड के बारे में बताया है, वे हैं कथाई, पटियान, पांडू, बोकरा गली और खोजबंदी। खुफिया सूत्रों के अनुसार आतंकी इसी लांच पैड के जरिए भारत में घुस सकते हैं।
खुफिया सूत्रों ने बताया है कि कश्मीर के इस्माइल (बारामूला), अफताब (लोलाभ), मोहम्मद हाकिब (बांदीपुरा) नामक व्यक्ति इनके गाइड के रूप में काम कर सकते हैं और आतंकियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश में हैं।
खुफिया सूत्रों ने कहा है कि कुछ हाईब्रिड आतंकियों के पास आईएसआई द्वारा सेटेलाइट फोन भी पहुंचाया गया है, जिससे वे इन आतंकियों को लोकेशन व अन्य चीज की सूचना देकर घुसपैठ कराने व वारदात कराने में अंजाम दे सकते हैं।