वकील श्याम केसवानी ने दावा किया है कि 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट का आरोपी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर भारत लौटना चाहता है। लेकिन उसने वापसी के लिए कुछ शर्तें रखी हैं जो सरकार को मंजूर नहीं हैं। यह दावा करने वाले वकील हैं श्याम केसवानी जो एक अवैध वसूली के केस में दाऊद के भाई इकबाल कासकर के लिए पैरवी कर रहे हैं।
उन्होंने ठाणे की कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में यह बात कही।वकील केसवानी ने बताया कि दाऊद ने कहा है कि अगर उसकी वापसी होगी तो उसे मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में हाई सिक्युरिटी जोन में ही रखा जाए। दाऊद ने ऐसी ही इच्छा जाने माने वकील राम जेठमलानी को भी कुछ साल पहले जताई थी।
लेकिन हकीकत यह है कि सरकार दाऊद की कोई भी शर्त नहीं मानेगी।बता दें कि आर्थर रोड सेंट्रल जेल वही जेल है जहां मुंबई हमलों के दौरान गिरफ्त में आए पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को करीब चार साल तक रखा गया था। बाद में उसे फांसी दी गई।
पिछले साल सितंबर में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे ने अपने फेसबुक पेज की लॉन्चिंग के दौरान दावा किया था कि दाऊद खुद भारत आना चाहता है। बीजेपी के लोग उसके कॉन्टैक्ट में हैं। अगर दाऊद की वापसी होती है तो बीजेपी इसका वोट के लिए इस्तेमाल करेगी।दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है और अलग-अलग शहरों में उसके चार से पांच घर हैं।
यह खुलासा दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने पिछले साल पुलिस को दिए बयान में किया था।कासकर ने पुलिस को ये भी बताया था कि दाऊद इब्राहिम की पत्नी मेहजबीन 2016 में अपने पिता से मिलने मुंबई आई थी।कासकर ने पूछताछ में बताया था कि दाऊद पाकिस्तान में अपने ठिकाने बदलते रहता है। फोन टैपिंग के डर से दाऊद इंडिया में अपने रिश्तेदारों से बात करने में कतराता है।