पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने जुमे की नमाज के दौरान भीड़-भाड़ वाली शिया मस्जिद पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं को गिरफ्तार करने का संकल्प लिया।अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक में खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में किस्सा ख्वानी बाजार में एक मस्जिद के अंदर आईएसआईएस-खुरासान से जुड़े एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था।
पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि विस्फोट में घायल हुए पांच और लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है। इस घटना में घायल हुए व्यक्तियों का इलाज लेडी रीडिंग अस्पताल में ही चल रहा है।इस्लामिक स्टेट से जुड़े एवं अफगानिस्तान में मुख्यालय वाले इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोवस ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
अहमद ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा पुलिस और जांच एजेंसियों ने हमले से जुड़े सभी तीन संदिग्धों की पहचान कर ली है।इस्लामाबाद (भाषा)। धनशोधन एवं आतंकी वित्तपोषण की निगरानी करने वाली वैश्विक संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखा है और इस्लामाबाद को अपनी वित्तीय प्रणाली में शेष कमियों को जल्द से जल्द दूर करने के लिए कहा है।
पाकिस्तान धनशोधन और आतंकी वित्तपोषण पर लगाम लगाने में नाकाम रहने के कारण जून 2018 से ही पेरिस स्थित एफएटीएफ की ग्रे सूची में बना हुआ है। द डॉन के मुताबिक एफएटीएफ की पूरक बैठक के हुए समापन सत्र में पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखने का फैसला किया गया है।