रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विनाशकारी युद्द को 6 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है लेकिन अभी तक उनकी जंग का कोई नतीजा नहीं निकला है. वहीं अब एक और बड़े युद्ध का खतरा पैदा हो गया. तुर्की ने अपने से आकार और सैन्य बल में छोटे पड़ोसी मुल्क ग्रीस को अंजाम भुगतने की धमकी दे दी है.
तुर्की का कहना है कि अगर उसके सब्र का पैमाना छलका तो किसी भी रात उसकी फौज ग्रीस में घुसने से नहीं हिचकेगी.खुद को इस्लामिक दुनिया का खलीफा कहलाने की चाहत रखने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयिप एर्दोगन इस वक्त विदेश यात्रा पर बोस्निया की राजधानी सराजेवो पहुंचे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि ग्रीस ने अंतराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन करते हुए विवादित द्वीपों पर फौज और हथियार तैनात कर दिए हैं. उसने वहां पर आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम और रडार भी लगाए हैं. ये रडार तुर्की के उड़ रहे लड़ाकू विमानों को लॉक करके मॉनिटरिंग करते हैं. यह स्थिति तुर्की को मंजूर नहीं है.
रेसेप तैयिप एर्दोगन ने कहा कि अगर ग्रीस नहीं माना और तुर्की के लिए खतरा बढ़ा तो वक्त आने पर उसकी फौज किसी भी रात अंदर (ग्रीस में) घुस जाएंगी और ये कोई कपोल कल्पना नहीं है. एर्दोगन ने कहा कि तुर्की अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा और जरूरत पड़ी तो बल प्रयोग करने से भी पीछे नहीं हटेगा.
एर्दोगन की इस धमकी का ग्रीस ने भी तीखा जवाब दिया है. ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेंडिआस ने कहा जो लोग हमारे ऊपर अटैक की बातें कर रहे हैं, उन्हें इसके अंजाम के बारे में 3-4 बार सोच लेना चाहिए. हम अपने देश की रक्षा करने और अखंडता बरकरार रखने में सक्षम हैं.
अगर उन्होंने हमारे देश में घुसने की जुर्रत की तो उन्हें इसका ऐसा जवाब मिलेगा कि वे कराह उठेंगे.ग्रीस के विदेश मंत्री ने कहा कि उसके पूर्वी Aegean द्वीप समूह के पास तुर्की ने फौजी टुकड़ियों का जमावड़ा कर रखा है. उसके फाइटर प्लेन भी ग्रीस के एयरस्पेस का उल्लंघन करके लगातार हवा में उड़ते रहते हैं.
उसकी नौसेना भी लगातार ग्रीस की जलसीमा का उल्लंघन करती रहती है. ये वो बड़े मुद्दे हैं, जिनसे पता चलता है कि तुर्की किस तरह इलाके में अपनी मनमानी कर रहा है. बताते चलें कि तुर्की और ग्रीस के बीच पिछले कई दशकों से विवाद चला आ रहा है. इस विवाद का सबसे बड़ा बिंदु दोनों देशों के बीच पड़ने वाला Aegean Sea है.
इस समुद्र में कई सारे द्वीप समूह हैं, जिन पर ग्रीस का अधिकार है. ये द्वीप समूह ग्रीस की मुख्य भूमि से दूर और तुर्की के पास हैं. तुर्की का दावा है कि उसकी मुख्य भूमि से नजदीक होने की वजह से ये द्वीप समूह उसके हैं. दोनों देशों के बीच Aegean Sea के ऊपर उड़ान भरने के अधिकार को लेकर भी गंभीर मतभेद हैं.
दोनों देशों के बीच पिछली आधी सदी में 3 बार युद्ध की नौबत आ चुकी है. हालांकि बाद में दूसरे पड़ोसी देशों के बीचबचाव के बाद मामला फिर ठंडा पड़ गया. अब तुर्की के राष्ट्रपति की धमकी से दोनों के बीच फिर से चिंगारी भड़कने की आशंका जताई जा रही है.
तुर्की के हमले की आशंका को देखते हुए ग्रीस ने फ्रांस से रफाल लड़ाकू विमान खरीदे हैं और अन्य हथियारों से भी खुद को सज्जित किया है. जिससे तुर्की भड़का हुआ है और इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा बता रहा है. तुर्की में अगले साल चुनाव भी हैं, जिसमें बढ़त लेने के लिए भी एर्दोगन इस चिंगारी को भड़काने में लगे हैं.