अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल मारिआनो ग्रॉसी ने कहा है कि वह यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अभियान की अगुवाई करेंगे।चीन की संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि ग्रॉसी ने इस विषय में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है यह यूक्रेन में परमाणु सुरक्षा अभियान की कड़ी का पहला मिशन होगा।
ग्रॉसी ने साथ ही विएना में संवाददाताओं को कहा है कि आईएईए का चेर्नोबिल मिशन बहुत जल्द शुरू होगा।आईएईए प्रमुख अभी हाल ही में यूक्रेन और रूस की यात्रा से लौटे हैं। इस दौरान उन्होंने दोनों पक्षों के अधिकारियों के साथ परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की।आईएईए ने कहा था कि चेर्नोबिल संयंत्र पर कब्जा जमाये रूस के सैनिक वापस जा रहे हैं और उन्होंने संयंत्र की जिम्मेदारी वापस यूक्रेन को सौंप दी है।
इसके बाद संवाददाता सम्मेलन में ग्रॉसी ने कहा कि उन्होंने रूस के अधिकारियों से यह नहीं पूछा है कि वे चेर्नोबिल को क्यों छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभी इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की जा सकती है कि विकिरण के संपर्क में आने के कारण रूस के सैनिक संयंत्र छोड़ रहे हैं। ग्रॉसी ने बताया कि संयंत्र के आसपास का विकिरण स्तर सामान्य है।
ग्रॉसी ने कहा कि संयंत्र पर कब्जे के दौरान बहुत भारी वाहनों की आवाजाही से संयंत्र के अंदर विकिरण का स्तर तुलनात्मक रूप से बढ़ गया था।यूक्रेन प्रशासन का कहना है कि रूस ने जब से उस पर हमला किया, तब से परमाणु संयंत्र पर रूस का कब्जा था।यूक्रेन की राजधानी कीव से यह संयंत्र मात्र 110 किलोमीटर दूरी पर स्थित है और यह वर्ष 1986 के परमाणु विकिरण हादसे के कारण जाना जाता है।