कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता और पूर्व सुरक्षा प्रमुख झोउ योंगकांग को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। भ्रष्टाचार, अधिकारों के दुरुपयोग और देश की गोपनीय बातें लीक करने के मामले में उन्हें बुधवार को सजा सुनाई गई। बो शिलाई के बाद वे उम्रकैद की सजा पाने वाले कम्युनिस्ट पार्टी के दूसरे शीर्ष नेता हैं। शिलाई को भी भ्रष्टाचार और अधिकारों के दुरुपयोग को लेकर 2013 में सजा सुनाई गई थी। तियानचिन म्युनिसिपल नंबर -1 इंटरमिडिएट पीपुल्स कोर्ट ने सजा सुनाते हुए झोउ की संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया है। अप्रैल में उनपर आरोप तय किए गए थे। 22 मई को एक गोपनीय सुनवाई के दौरान अपना अपराध स्वीकार करते हुए उन्होंने सजा के खिलाफ अपील नहीं करने की बात कही थी। उन्हें करीब 13 करोड़ युआन (2.13 करोड़ डॉलर) की रिश्वत लेने, अधिकारों का दुरुपयोग करने और जानबूझकर देश की गोपनीय बातें लीक करने का दोषी पाया गया। गोपनीय सुनवाई संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार गोपनीय सूचनाएं लीक करने का मामला जुड़ा होने के कारण सुनवाई जनता के लिए खुली नहीं थी।
हालांकि उन्हें सजा सुनाए जाने का सरकारी टेलीविजन पर प्रसारण किया गया। टेलीविजन पर उदास लग रहे सफेद बालों वाले झोउ को पुलिस द्वारा अदालत लाते हुए और बाद में गंभीरता से सजा सुनते हुए दिखाया गया। परंपरा टूटी कम्युनिस्ट पार्टी ने सेवानिवृत्त पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने की दशकों पुरानी परिपार्टी को तोड़ते हुए झोउ के खिलाफ कार्रवाई की है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्ता में आने के बाद से भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चला रखा है। कभी सबसे प्रभावशाली 73 वर्षीय झोउ पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओं के करीबी रहे हैं। वे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी)की नौ सदस्यीय सर्वोच्च निर्णायक संस्था स्थायी समिति के 2007 से 2012 तक सदस्य थे। सुरक्षा मंत्री होने के नाते सभी शीर्ष लोगों पर वे नजर रख सकते थे।