प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि उन्हें केवल इसलिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार पर लगाम कसी है और कई लोगों को ‘मिठाई’ से वंचित कर दिया है। उन्होंने देश को भ्रष्टाचार के ‘दीमक’ से छुटकारा दिलाने का संकल्प लिया। कतर की अपनी दो दिनी यात्रा को समाप्त करने से ऐन पहले यहां भारतवंशी समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यवस्था की सफाई के उनकी सरकार के प्रयासों से सरकारी योजनाओं में लीकेज तथा चोरी रोककर सालाना 36 हजार करोड़ रुपये बचाये गये हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमने केवल सतह (भ्रष्टाचार पर) साफ की है और गहराई से सफाई अभी बाकी है।मोदी ने कहा, ‘क्या आप कल्पना कर सकते हैं? हमने विभिन्न सरकारी योजनाओं में लीकेज और चोरी रोककर 36 हजार करोड़ रुपये प्रति वर्ष बचाए हैं।’ मोदी ने कहा कि 1.62 करोड़ फर्जी राशनकार्ड का पता लगाया गया और सब्सिडी वाले चावल, गेहूं, केरोसिन और एलपीजी के करोड़ों रुपये बचाये गये हैं। उन्होंने कहा कि लीकेज समाप्त करके और वित्तीय अनुशासन एवं शासन में कार्यक्षमता सुनिश्चित करके भारत तेजी से बढ़ रहा है और लगातार दो साल से सूखे का सामना करने और एक वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद उसने 7.9 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है।
उन्होंने अपने 25 मिनट के भाषण में कहा, ‘भ्रष्टाचार ने हमारे देश को खोखला कर दिया है, जो दीमक की तरह इसे खा रहा है।’ इस दौरान भारतीय मूल के श्रोता लगातार ताली बजाते रहे और मोदी की प्रशंसा करते हुए नारे लगाते रहे। प्रधानमंत्री ने अपने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए भ्रष्टाचार पर सरकार की कार्रवाई की आलोचना की तुलना किसी बच्चे को मिठाई नहीं देने पर उसके अपनी मां से नाराज होने से की।