नेपाल में संघीय व्यवस्था लागू करने के लिए चार बड़े राजनीतिक दल तैयार हो गए हैं। नेपाली कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल, यूनाइटेड कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल और मधेशी फ्रंट के नेताओं के बीच सोमवार को हुई बैठक में इस पर सहमति बनी। उप प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नेपाल में आठ प्रांत होंगे। प्रांतों की सीमा और उनके नाम तय करने का अधिकार संविधान सभा को दिया गया है। सिंह ने बताया कि चुनावी प्रणाली को लेकर भी चारों दलों के बीच सहमति बन गई है। इसके अनुसार साठ साठ फीसद प्रतिनिधियों को जनता सीधे चुनेगी, जबकि 40 फीसद सांसद अप्रत्यक्ष तौर पर चुने जाएंगे।
इन दलों में मतभेद के कारण ही लंबे समय से संविधान का काम लंबित है। गौरतलब है कि नेपाल में राजनीतिक दलों के मतभेद के कारण लंबे समय से संविधान का काम लंबित है। राजनीतिक दलों में मुख्य रूप से चार मसलों पर मतभेद रहा है। इनमें शासन व्यवस्था का स्वरुप, चुनावी और न्यायिक प्रक्रिया प्रमुख हैं। ऐसे में शासन व्यवस्था और चुनावी प्रक्रिया पर सहमति के बाद अब संविधान का काम तेजी से आगे बढऩे की उम्मीद है