आतंकवाद के खतरे पर मोदी ने की चीनी पीएम से मुलाकात

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नरेंद्र मोदी सुबह मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंच गए। यहां वे 13वें आसियान-इंडिया समिट और 10वें ईस्ट-एशिया समिट में शामिल होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी समिट में शामिल होंगे। दूसरी ओर, कुआलालंपुर पुलिस ने समिट के दौरान सुसाइड अटैक की आशंका जताते हुए हाई अलर्ट जारी किया है। कुआलालंपुर में मलेशिया आर्मी के दो हजार जवान तैनात किए गए हैं जबकि ढाई हजार सैनिकों को स्टैंडबाय रखा गया है। कुआलालंपुर के पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि शहर में 10 से 12 सुसाइड बॉम्बर मौजूद हो सकते हैं।पीएम मोदी ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग से मुलाकात की। दोनों देशों के नेताओं के बीच हो रही है मीटिंग।

दौरे के पहले दिन पीएम आसियान-इंडिया समिट में हिस्सा लेंगे। अगले दिन 10वें ईस्ट एशिया समिट में शामिल होंगे। भारत 10 साल पहले यहां बने समूह का फाउंडर मेंबर है। इसके साथ ही वे मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक और समिट में आए कुछ अन्य नेताओं से भी बात करेंगे। चार दिन के दौरे में पीएम मलेशिया के बाद सिंगापुर भी जाएंगे। मोदी की तीन दिन की मलेशिया विजिट में आतंकवाद, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, समुद्री सुरक्षा, दक्षिण चीन सागर विवाद और बिजनेस पर बात होगी।

पीएम के इस दौरे में एक्ट ईस्ट पर जोर होगा। दौरे पर रवाना होने पहले मोदी ने भी इस बात को माना। उन्होंने कहा है, “मलेशिया उनकी सरकार की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के केंद्र में है। हम बिजनेस और इकोनॉमिक रिलेशनशिप को और बढ़ाना चाहते हैं। मैं समिट के दौरान भारत में इन्वेस्टमेंट के मौकों और करीबी इकोनॉमिक कोऑपरेशन की जरूरत पर बात करूंगा।”

ईस्ट एशिया समिट में पेरिस हमले के बाद की हालात का असर पड़ सकता है। इस समिट में आतंकवाद मुख्य मुद्दा हो सकता है। पेरिस हमलों के बाद सभी देश इस समस्या से छुटकारे की कोशिशें तेज कर सकते हैं। इसके साथ ही अनियमित विस्थापन, दक्षिण चीन सागर विवाद और वेस्ट एशिया पर भी बातचीत हो सकती है।

अपने मलेशिया दौरे के दौरान मोदी तोराना गेट के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे और मलेशिया के कार्पोर्ट्स के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरे में रामकृष्ण आश्रम का दौरा और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण शामिल है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। मलेशिया में 20 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रहते हैं।

सिंगापुर में पीएम मोदी का पहला कार्यक्रम लेक्चर होगा। इसके बाद वह राष्ट्रपति टोनी टान केंग याम, प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग से मुलाकात करेंगे। सिंगापर के इन्वेस्टर्स के साथ मुलाकात में भारत में निवेश के अवसरों पर बातचीत होगी। वह सिंगापुर में भी भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे।
मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लेनी होगी इजाजत

सिंगापुर में भारतीय मूल के स्‍थानीय निवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में कार्यक्रम रखा है। लेकिन सिंगापुर सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में उमड़ने वाली भीड़ काबू करने के फरमान जारी किए हैं। 24 नवंबर को मोदी के स्वागत में सिंगापुर एक्सपो में शामिल होने के लिए भारतीय मूल के स्‍थानीय नागरिकों स्थानीय प्रशासन से इजाजत लेनी होगी।

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