थाइलैंड के एक स्थानीय विश्वविद्यालय का एक खुला मैदान आज ‘योग स्टूडियो’ में तब्दील हो गया और तड़के हजारों थाईलैंडवासी, भारतीय और अन्य प्रवासी यहां पर पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए एकत्र हुये।मलेशिया, वियतनाम, फिलिपीन और सिंगापुर सहित पूरे आसियान देशों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित समारोह में हिस्सा लेने के लिए यहां के प्रतिष्ठित चुललोंगकोर्न विश्वविद्यालय में स्थानीय समयानुसार छह बज कर 30 मिनट (पांच एएम आईएसटी) पर 7,400 से अधिक लोग एकत्र हुये। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों को मुफ्त में योग चटाई, शर्ट, नाश्ता और एनर्जी ड्रिंक दिया गया।
थाइलैंड में भारत के राजदूत हर्ष वर्धन श्रींगला ने बताया, पूरा कार्यक्रम शानदार रहा, कार्यक्रम में थाइलैंड के विद्यालयों और विश्वविद्यालयों के छात्रों सहित अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। इससे पहले श्रींगला ने कहा, यह संयोग नहीं है कि 21 जून को सबसे बड़ा दिन होता है और इसी दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए चुना गया। प्राचीन काल से ही माना जाता रहा है कि सूर्य की पहली किरणें सर्वाधिक फायदेमंद होती है। और जब दिन सबसे बड़ा हो तो सूर्य की उर्जा और अधिक फायदेमंद होती है। वियतनाम में भारतीय उच्चायोग द्वारा हनोई के क्वान गुआ स्पोर्ट्स प्लेस में आयोजित समारोह में योग दिवस मनाने के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुये। हो ची मिन्ह शहर और सात अन्य प्रांतों में भी योग सत्र का आयोजन किया गया।
जापान में भी अलग अलग जगहों पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। जापान में भारत की राजदूत दीपा वाधवा ने बताया कि तोक्यो में योग दिवस से जुड़े कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 को, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था।