नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजित डोभाल के चीन पहुंचते ही नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक चाल के चलते चीनी विदेश मंत्री ने डर कर इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के दौरान चीनी विदेश मंत्री ने ये भी कहा है कि भारत पर हमला करने से नुकसान चीन को ही होगा। वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार ने चीन का काम तमाम कर दिया।
एनएसए अजित डोभाल के चीन पहुंचते ही इंटरनेशनल दबाव और मोदी की कूटनीतिक चाल से डर कर चीनी विदेश मंत्री Wang Yi ने इस्तीफा दे दिया है।एक अन्य वायरल मैसेज के मुताबिक, इस्तीफे के दौरान चीनी विदेश मंत्री ने माना कि चीन पर बहुत दबाव है। भारत से लड़ना मुमकिन नहीं है। दुनिया के सभी देश चीन की जगह भारत के साथ खड़े हैं
ऐसे में अगर चीन ने हमला किया तो लाखों चीनी सैनिक मारे जाएंगे। ऐसे में चीन माफा मांगते हुए भारत से युद्ध न करने का एलान करता है।वायरल दावे का सच जानने के लिए हमनें सबसे पहले चीन के विदेश मंत्रालय की ऑफिशियल वेबसाइट सर्च की। वहां विदेश मंत्री के तौर पर Wang Yi का नाम तो लिखा था, लेकिन उनके इस्तीफा देने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली।
चीनी विदेश मंत्रालय की साइट के मुताबिक, Wang Yi 2013 से लगातार चीन के विदेश मंत्री हैं। उन्होंने अभी इस्तीफा नहीं दिया है।हमें इस्तीफे और चीन की ओर भारत से युद्ध न करने के एलान से जुड़ी कोई खबर चीनी और भारतीय मीडिया में भी नहीं मिली।भारत में मौजूद चीनी एम्बेसी के एक ऑफिसर ने भी बातचीत में इस वायरल खबर को फेक बताते हुए कहा कि विदेश मंत्री अपने पद पर बने हुए हैं।
वायरल हो रहा पूरा मैसेज फेक है।सच ये है कि अजित डोभाल 27 और 28 जुलाई को होने वाली ब्रिक्स देशों की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने चीन पहुंचे जरूर हैं, लेकिन डोभाल या मोदी के दवाब में चीनी विदेश मंत्री के इस्तीफा देने वाली बात गलत है। Wang Yi अब भी बतौर चीनी विदेश मंत्री अपने पद पर बरकरार हैं।