चीन की सरकार समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने यह जानकारी दी। शिन्हुआ के अनुसार चीनी पीपल्स पोलिटिकल कंसल्टेटिव कमेटी के चेयरमैन यू जिनशेंग ने चीन और ताईवान के सालाना सम्मेलन में यह जानकारी दी। चीन का यह कदम जनवरी में ताइवान में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के पूर्व दिया गया प्रलोभन माना जा रहा है। इंट्री परमिट की व्यवस्था खत्म होने से हजारों ताइवानी चीन में अब मुक्त आवाजाही कर सकेंगे। हर साल सैकड़ों ताइवानी चीन में कामकाज या पर्यटन के लिए जाते हैं।
1949 में कम्युनिस्टों द्वारा नेशनलिस्ट को पराजित किए जाने के बाद से ताइवान, चीन में अलग-अलग शासन है। हालांकि 2008 में चीन के मित्रवत मा के ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव जीतने और 2012 में दोबारा निर्वाचित होने के बाद दोनों देशों के गर्मजोशीपूर्ण रिश्ते हैं।