राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि सीरिया को लेकर रूस की स्ट्रैटेजी विनाश का साधन है, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) आतंकियों और सीरिया के कद्दावर शासक बशर अल-असद के शासन का मुकाबला करने वाले उदारवादी धड़े के बीच फर्क करने में नाकाम रहे हैं।ओबामा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्होंने पुतिन से कहा है कि यह सच है कि खतरनाक आईएसआईएस को खत्म करने में दोनों देश और पूरी दुनिया का समान हित शामिल है। उन्होंने कहा, “बहरहाल, पुतिन ने इस संबंध में जो भी कहा, उससे यह साफ है कि वह आईएसआईएस और असद को हटाने की इच्छा रखने वाले विरोधी उदारवादी सुन्नी के बीच फर्क नहीं करते हैं।”
ओबामा ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रूसी सेना गैर आईएसआईएस को भी निशाना बना रही है। ओबामा ने कहा, “रूस के नजर में सारे आतंकी हैं और यही विनाश का साधन है। यही एक बात है, जिसे मैं खारिज करता हूं।” साथ ही कहा, “मैं यह जरूरी संदेश बताना चाहता हूं कि हम आईएसआईएस की तलाश जारी रखेंगे। हम उदारवादी विरोधी तक पहुंचना जारी रखेंगे।”
उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट का मजबूती से मुकाबला करने के लिए ड्रोन बेड़े में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी की जाएगी। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक, मैनचेस्टर में होने वाले कंजर्वेटिव पार्टी की संचालन परिषद के वार्षिक सम्मेलन से पहले एक न्यूजपेपर से कैमरन ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इराक और सीरिया में आईएसआईएस के लड़ाकों को टारगेट करने के लिए 20 ड्रोन खरीदेगी।
कैमरन ने ब्रिटेन के विशेष सुरक्षा बलों के लिए और अधिक हथियार व संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही। कैमरन ने इशारा भी किया कि वह इराक में भी आईएसआईएस के ठिकानों पर हवाई हमलों के लिए जल्द मंजूरी चाहते हैं। बीते 24 घंटों में रूसी हमलों में आईएसआईएस की चौकी समेत कई ठिकाने नष्ट हो गए हैं। सीरिया में रूसी सुखोई 34 और सुखोई 24 एम विमानों ने नौ हमले किए हैं।