गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक के परिजनों के पास हथियारों का छोटा सा जखीरा मिला है. बता दें कि गैंगस्टर के परिजनों के नाम पर 22 लाइसेंसी हथियार हैं, जिन्हें गैंगस्टर के गुर्गों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है. रज्जाक ने गलत तरीके से यह शस्त्र लाइसेंस हासिल किए हैं.जिसके बाद प्रशासन ने अब अब्दुल रज्जाक पर शिकंजा कस दिया है.
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने रज्जाक के 18 लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा कटनी, सीधी और अनूपपुर जिला प्रशासन को भेजी है. जिसके बाद कटनी कलेक्टर के आदेश पर रज्जाक की पत्नी, भाई और बहू आदि के नाम पर जारी हुए 12 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं.
गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक विदेशी हथियारों का शौकीन बताया जाता है. बीती 28 अगस्त को जब रज्जाक को उसके भतीजे शहबाज के साथ गिरफ्तार किया गया था, तब भी उसके घर से 5 हथियार बरामद हुए थे, जिनमें एक इटली मेड गन भी शामिल थी.
बता दें अब्दुल रज्जाक और उसके भतीजे को विजय नगर थाने में मारपीट, बलवा, हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया गया था.बताया जाता है कि अब्दुल रज्जाक के पिता अब्दुल वाहिद 62 साल पहले नरसिंहपुर जिले के रॉकई से जबलपुर शिफ्ट हुए थे.
यहां उन्होंने दूध का कारोबार किया और अब्दुल रज्जाक भी पिता के कारोबार में ही हाथ बंटाता था. इसके बाद अब्दुल रज्जाक ने टोल टैक्स के ठेके लेने शुरू कर दिए. ठेके के काम में उसकी प्रतिस्पर्धा महबूब अली से बढ़ी. इसके बाद अब्दुल रज्जाक अपना दबदबा बनाने के लिए अपराध की दुनिया में उतर गया और उसने अपनी गैंग बना ली.
ऐसी खबरें आ रही हैं कि रज्जाक दुबई भागने की फिराक में था. दरअसल रज्जाक का बेटा सरताज भी उसके कामों को देखता है. रज्जाक खदानों के ठेके भी लेता है और अब उसका बेटा अफ्रीका में सोना खनन का काम कर रहा है.
रज्जाक का बेटा दुबई में रहता है और वहीं से काम करता है. रज्जाक भी दुबई जाकर वहीं से अपना साम्राज्य चलाने की फिराक में था. फिलहाल पुलिस प्रशासन ने उस पर अपना शिकंजा कस दिया है.