प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी और कायाकल्प एवं शहरी सुधार के लिए अटल मिशन दूसरे चरण की शुरूआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देशभर में यह अभियान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रेरणा से चलाया जा रहा है ताकि देश को कचरा मुक्त बनाया जाए.
खास बात यह है कि इस दौरान प्रधानमंत्री ने स्ट्रीट वेंडर योजना में मध्यप्रदेश में किए जा रहे हैं कार्यों की तारीफ की. जबकि उन्होंने इंदौर की स्वच्छता की भी तारीफ की.पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत हो रहे कामों की तारीफ करते हुए स्वच्छ भारत मिशन में इंदौर शहर का उदाहरण देते हुए इससे अन्य शहरों के लिए अनुकरणीय बताया.
पीएम मोदी ने इंदौर की स्वच्छता की जमकर तारीफ भी की. पीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ”आज देश के 86 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स पीएम स्वनिधि योजना का लाभ लेने के लिए आगे आए हैं. इनमें से 25 लाख लोगों को करीब 2.5 हजार करोड़ रुपये दिए भी जा चुके हैं.
इन स्ट्रीट वेंडर्स ने बहुत ही कम समय में 7 करोड़ से अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन किए हैं.पीएम ने कहा कि स्वच्छता अभियान को मजबूती देने का बीड़ा आज की पीढ़ी ने उठाया हुआ है. टॉफी के रैपर अब जमीन पर नहीं फेंके जाते, बल्कि पॉकेट में रखे जाते हैं. छोटे-छोटे बच्चे अब बड़ों को टोकते हैं कि गंदगी मत करिए.
लोगों में भी अब स्पर्धा है कि स्वच्छ भारत रैंकिंग में उनका शहर होना चाहिए.वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्य प्रदेश की तारीफ किए जाने पर प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पीएम का आभार जताया. भूपेंद्र सिंह ने इस वक्तव्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी.
बता दें कि स्ट्रीट वेंडर योजना के द्वितीय चरण में मध्यप्रदेश देश में नंबर एक पर है. इसी तरह स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर लगातार 4 वर्षों से देश में नंबर एक पर है.स्ट्रीट वेंडर योजना कोरोना काल में शुरु की गई है. जो केंद्र सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है. इस योजना के तहत देश के रेहड़ी और सड़कों पर छोटी-छोटी दुकानें लगाने वाले विक्रेताओं को अपना काम फिर से शुरू कर सके.
इसके लिए केंद्र सरकार का 10 हजार रुपये तक का लोन मुहैया कराने का प्रावधान है. सड़कों पर रेहड़ी या ठेला लगाने वालों को राहत देने के लिए योजना लाई गई है. वहीं कोरोना की दूसरी लहर में लोन की कीमत 10 हजार रुपए बढ़ा दी गई. अब 20 हजार रुपये का बिना ब्याज का लोन मिलेगा. हालांकि इसके लिए सरकार द्वारा कुछ शर्तें भी रखी गई हैं.