मध्य प्रदेश में कोरोना के नए डेल्टा प्लस वैरिएंट का खतरा बढ़ गया है. बता दें कि प्रदेश में इस नए वैरिएंट से संक्रमित 5 मरीज मिले हैं. ये मरीज भोपाल और उज्जैन में मिले हैं. वहीं प्रदेश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है.
वहीं सरकार भी इसे लेकर पूरी तरह सतर्क है. यही वजह है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिलते ही प्रदेश में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग लगातार की जा रही है. साथ ही डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता लगाने के लिए राजधानी भोपाल में अब जीनोम सीक्वेंसिंग की मशीन भी लगाई गई है.
इससे मरीजों की जांच में तेजी आएगी. चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने यह जानकारी दी है. कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के भारत में कुल अब तक 40 मरीज मिल चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है.
बताया जा रहा है कि कोरोना का ये वैरिएंट बहुत तेजी से फैलता है और यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग ने राज्यों को टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.यह वैरिएंट कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का ही एक रूप है. डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में मिला था, जबकि डेल्टा प्लस वैरिएंट ब्रिटेन में पाया गया था.
इस वैरिएंट को कोरोना के विभिन्न वैरिएंट का मिश्रण बताया जा रहा है.वायरस के इस वैरिएंट को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है कि कोरोना वैक्सीन क्या इस वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है या नहीं. फिलहाल इसे लेकर अध्ययन किया जा रहा है.
डब्लूएचओ का कहना है कि यह वैरिएंट अन्य वैरिएंट के मुकाबले अलग है. यही वजह है कि इस वैरिएंट को लेकर काफी चिंता है.चिंता जाहिर की जा रही है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण ही भारत में कोरोना महामारी की एक और लहर आ सकती है.
रिपोर्ट के अनुसार, 16 जून तक दुनियाभर के 11 देशों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के कुल 197 मरीज मिले हैं. इनमें ब्रिटेन (36), कनाडा (1), भारत में (23 जून तक 40) जापान में (15), नेपाल में (3), पोलैंड में (9), पुर्तगाल में (22), रूस में (1), स्विटजरलैंड में (18), तुर्की में (1), यूएस में (83) मरीज मिले हैं. भारत में यह वैरिएंट मुख्यतः महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में पाए गए हैं.