मध्य प्रदेश में जुलाई की शुरुआत में पानी गिरना पूरी तरह बंद रहा. लेकिन सावन माह की शुरुआत होते ही करीब 25 जुलाई से राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी हो गया. मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों में भी कई जिलों में यलो अलर्ट जारी किया.
मौसम विभाग ने रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, होशांगाबाद, रतलाम, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, मुरैना, श्योपुरकलां में बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया. रीवा, भोपाल, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों के साथ छतरपुर एवं टीकमगढ़ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है.
वहीं उज्जैन, सागर, इंदौर, होशंगाबाद एवं जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होगी.मानसून का असर राजधानी भोपाल में धीरे-धीरे कम होने लगा है, मौसम विभाग ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र में चक्रवात बन रहा है.
इसी कारण अब कुछ दिनों बाद बारिश में कमी आने लग जाएगी.मौसम विभाग ने बताया, पिछले 9 दिनों से गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, जिसके बाद कम दबाव का क्षेत्र लगातार उत्तरी मध्य प्रदेश व उसके आसपास बनने लगा.
इसी कारण ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हुए. अब यह सिस्टम कमजोर पड़ गया है. वर्तमान में हवा का ऊपरी भाग चक्रवात के रूप में तब्दील हो चुका है और उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश के साथ उससे लगे दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बन रहा है.