कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को पेंशन देने पर मध्य प्रदेश सरकार ने लिया बड़ा फैसला

आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर पहुंचकर बुंदेलखंड अंचल के सभी जिलों की कोरोना समीक्षा बैठक की. सीएम ने छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह और निवाड़ी जिले के कलेक्टरों और अधिकारियों के साथ  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हर जिले की कोविड समीक्षा बैठक की.

इस दौरान सीएम शिवराज ने एक बड़ा ऐलान किया. प्रदेश में कोरोना काल में जो बच्चे अनाथ हो गए. यानि जिनके मां-बाप की कोरोना से मौत हो गई ऐसे बच्चों के लिए सीएम ने पांच हजार पेंशन देने का ऐलान किया है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कोरोनाकाल में जो बच्चें अनाथ हुए हैं सरकार उनके साथ खड़ी है. पूरे प्रदेश में ऐसे बच्चों का डेटा इक्कठा कराया जाएगा. इन सभी बच्चों को हर महीने 5 हजार रुपए पेंशन दी जाएगी.

जबकि उनकी शिक्षा और राशन की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स को कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों की सूची बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं.

क्योंकि 30 नवंबर से मैं इस योजना को प्रारंभ करना चाहता हूं. ताकि जल्द से जल्द अनाथ बच्चों को इस योजना का लाभ मिल सके. दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में 13 मई को इस योजना की घोषणा की थी.

जिसके बाद सरकार ने अनाथ बच्चों को पेंशन देने की योजना का आदेश भी जारी कर दिया है. बस अब यह काम शुरू होना है. बता दें कि इस योजना से उन बच्चों को लाभ मिलेगा. जिनके मां-बाप की कोरोना में मौत हुई है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित हो रहा है. लेकिन हमें पूरी सावधानी रखनी है. 31 मई के बाद धीरे-धीरे शहरों को खोलना शुरू करेंगे जबकि टेस्टिंग का काम भी जारी रहेगा. कोविड केयर सेंटर कोई नहीं मिटाएगा, जो सरकारी बने हैं वो भी चलते रहेंगे.

जितने भी अस्पतालों में जो व्यवस्था है सरकारी और गैर सरकारी जितनी सुविधा हैं वह जारी रहेंगी. क्योंकि कोरोना संक्रमण थम रहा है लेकिन यह अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. इसलिए मरीजों को इलाज मिलता रहे इस हिसाब से कोविड सेंटर पूरे प्रदेश में चलते रहेंगे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुंदेलखंड अंचल के सभी जिलों के कलेक्टरों से कहा कि बुंदेलखंड को पूरी तरह से कोरोना मुक्त बनाना है. इसलिए विशेष तौर पर गांवों में ज्यादा ध्यान रखा जाए. कई गांव हमारे ऐसे हैं जो संक्रमण के भयानक दौर में भी संक्रमित नहीं हुए।

31 मई तक किसी भी कीमत पर हमको अपने बुंदेलखंड को कोरोना मुक्त करना है, सख्ती अभी जारी रहेगी. इसलिए गांवों में विशेष अभियान चलाकर हर घर में लोगों की जांच की जाए.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अनलॉक के बाद भी किल कोरोना अभियान चलता रहेगा. क्योंकि हमें अभी से तीसरी लहर को रोकने की तैयारी करनी होगी.

सीएम ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है. अगर हम निश्चिंत हो गए और मान लिया कि गया कोरोना गया तो तीसरी लहर को आने से कोई रोक नहीं सकता. भोपाल से जो सहयोग चाहिए राज्य स्तर का वह अपको देंगे, अस्पतालों में विशेषकर बच्चों का वार्ड, पोस्ट कोविड केयर सेंटर भी होना चाहिए. सीएम ने कहा कि तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण का खतरा बताया जा रहा है.

ऐसे में हम विशेष तौर पर बच्चों को लिए नजर रखेंगे. सीएम की इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत भी मौजूद थे. इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के कलेक्टर और जनप्रतिनिधि भी जुड़े थे.

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