आज बाढ़ग्रस्त इलाकों का करेंगे कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वह बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात भी करेंगे. बता दें कि भारी बारिश के चलते ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ ने तबाही मचाई है. इससे पहले शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था.

पूर्व सीएम कमलनाथ के कार्यक्रम के अनुसार, सुबह 9.45 बजे वह ग्वालियर आए. इसके बाद सुबह 10 बजे ग्वालियर से दतिया के लिए निकल गए. 10.40 बजे दतिया पहुंचने पर वह बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे. साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और मीडिया से बात करेंगे.

इसके बाद कमलनाथ दतिया से शिवपुरी के लिए निकलेंगे. 12 बजे तक कमलनाथ के शिवपुरी पहुंचने की उम्मीद है. यहां भी कमलनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे और उनकी समस्याएं जानने की कोशिश करेंगे.

शिवपुरी के बाद कमलनाथ श्योपुर जाएंगे. दोपहर एक बजे तक कमलनाथ के श्योपुर पहुंच सकते हैं. श्योपुर के दौरे के बाद वह 2.15 बजे ग्वालियर आएंगे. बता दें कि बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले शिवपुरी और श्योपुर ही हैं.

कमलनाथ के बाढ़ग्रस्त इलाकों के दौरे पर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने तंज कसा है. तुलसी सिलावट ने कहा ने कहा है कि जब पूरी सरकार एक-एक गांव घूम ली है, तब आने का क्या औचित्य है. वहीं मंत्री प्रद्युमन सिंह ने कहा है कि जब मुख्यमंत्री थे, तब बाढ़ के दौरान नहीं आए.

अगर वाकई बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करना है तो उड़न खटोले से ना आएं. जैसे सीएम गांव-गांव गए हैं, वैसे ही कमलनाथ भी चप्पे-चप्पे जाएं.बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था.

इस दौरान सीएम शिवराज भी तबाही के हालात को देखकर हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में इतना खौफनाक मंजर कभी नहीं देखा है. उन्होंने बताया कि गांव में जाकर उन्होंने जो त्रासदी देखी वह पहले कभी नहीं देखी.

बाढ़ से हजारों मकान तबाह हो गए हैं. प्राकृतिक आपदा के कारण राज्यों में बिजली के खंभे, पुल व सड़कें आदि बर्बाद हो चुकी हैं. मध्य प्रदेश में बाढ़ से हुई तबाही के बाद लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार ने स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया है. जिसमें सरकार के 11 विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है.

जिन विभाग के अधिकारियों को टास्क फोर्स में शामिल किया गया है, उनमें शहरी विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पीडब्लूडी, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचई, लोक संयांत्रकी विभाग, ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग शामिल हैं.

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