जबलपुर की गोहलपुर पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसा शातिर जालसाज आया है. जिसने जबलपुर के लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया था. इसकी जालसाजी और फिर रफूचक्कर होने की स्टाइल के चलते इसे जबलपुर का नटवरलाल भी कहा जाता है.
इस शातिर नटवरलाल की दो साल से जबलपुर के एक दर्जन से ज्यादा पुलिस थानों को तलाश थी. लेकिन अब पुलिस की तलाश खत्म हो गयी है क्योंकि यह शातिर नटवरलाल अब पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. यही वजह है कि पुलिस ने अब चेन की सांस ली है.
अब आप समझ ही गए होंगे कि आखिर कितना शातिर है यह केबीसी उर्फ कमरुद्दीन जो अब पुलिस की हवालात में कैद हो गया है. इस शातिर नटवरलाल ने आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.
बदमाश केबीसी पहले लोगो को सस्ते में मकान प्लॉट दिलवाने का सपना दिखाता फिर उनकी जीवन भर की पूंजी को लेकर रफ्फूचक्कर हो जाता था. ऐसे में लोगों के हाथ न खुद का आशियाना होता था और न ही जमीन पर अपना खूबसूरत आशियाना बनाने की उम्मीद. बस होता था दुख ओर पछतावा.
सीएसपी अखिलेश गौर ने जानकारी देते हुए बताया कि दो साल से फरार चल रहे केबीसी को गिरफ्तार करने के लिए उस पर ₹3000 का इनाम भी घोषित किया गया था. बहरहाल मुखबिर की सूचना पर नरसिंहपुर जिले से जबलपुर की गोहलपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
इसके साथ ही आरोपी केबीसी के ठगी की लंबी फेहरिस्त को देख कोर्ट ने भी पुलिस को 5 दिन की रिमांड मंजूर कर दी है.इस नटवरलाल केबीसी उर्फ कमरुद्दीन की गिरफ्तारी की जानकारी फैलते ही शहर के गोहलपुर थाना परिसर के बाहर बड़ी संख्या में फरियादी इकट्ठा हो गए.
केबीसी की ठगी का शिकार हुए ऐसे ही एक फरियादी जाहिद खान ने अपना दर्द जाहिर किया और बताया है कि आरोपी ने उसे एक प्लॉट दिलवाने के नाम पर उससे 6 लाख रुपए ऐंठ लिए थे. इसी तरह वह कई लोगों के साथ करोड़ो की ठगी को अंजाम दे चुका था.
इस शातिर नटवरलाल आरोपी केबीसी को लेकर जानकारी यह भी लगी है कि इस शातिर बदमाश ने जबलपुर के साथ आसपास के कई अन्य जिलों में भी इस तरह की ठगी को अंजाम दिया है. ऐसे में पुलिस को उम्मीद है कि कोर्ट द्वारा मंजूर की गई 5 दिन की पुलिस रिमांड के जरिए आरोपी से कई और वारदातों के खुलासे हो सकता है. बहराल केबीसी के गिरफ्तार होने के बाद उसकी ठगी का शिकार हुए लोगों को काफी हद तक सुकून की सांस आई है.