बॉक्सर विजेंदर सिंह का प्रोफेशनल बॉक्सिंग से जुड़ना भले ही सभी के लिए हैरानी भरा फैसला रहा हो, लेकिन उन्होंने जो कहा उसे पूरा कर दिखाया है। विजेंदर के लिए बॉक्सिंग रिंग सज चुकी है। उनके प्रायोजकों के साथ-साथ पूरे देश को इंतजार है, उन्हें प्रोफेशनल रिंग में देखने का। विजेंदर की पहली प्रोफेशनल फाइट 10 अक्टूबर को इंग्लैंड के मैनचेस्टर एरीना में होगी। 29 साल के हरियाणवी बॉक्सर विजेंदर बीजिंग ओलिंपिक-2008 के ब्रॉन्ज मेडल विनर हैं। विजेंदर का मुकाबला किसके साथ होगा ये अभी तय नहीं है, लेकिन उन्हें इसमें चार राउंड लड़ने होंगे।
उन्हें इसमें कई बड़े मुक्केबाजों का सामना करना पड़ा सकता है, जिसमें गेनेडी गालोव्किन, मिगुएल कोटो, एंडी ली और बिली जो सॉडर्स का नाम शामिल है।डेब्यू के लिए विजेंदर ने यूके के ट्रेनर ली बीयर्ड ने मैनचेस्टर में ट्रेनिंग ली है, जिन्होंने कई प्रोफेशनल बॉक्सर्स को ट्रेनिंग दी है। उनके द्वारा तैयार किए बॉक्सरों में जैक कैटराल और एंड्रियन गोंजालेस के नाम शामिल हैं। विजेंदर का मकसद वर्ल्ड नंबर वन प्रोफेशनल बॉक्सर बनकर देश को सम्मान दिलाने का है।
फाइट से पहले भारतीय मुक्केबाल विजेंदर सिंह ने कहा, “मैं काफी रोमांचित हूं। मेरे से और इंतजार नहीं हो रहा है। मैं देश का पहला भारतीय बॉक्सर बनना चाहता हूं जो वर्ल्ड प्रोफेशनल टाइटल जीते। मेरी ट्रेनिंग लगभग पूरी हो चुकी है। अब समय नतीजा देने का है। मैंने यहां से काफी कुछ सीखा है। मैं यहां पर हर हाल में अपने आपो साबित करना चाहता हूं।”
प्रो बॉक्सिंग में ऐमेच्योर बॉक्सिंग की अपेक्षा भारी भरकम इनामी राशि मिलती है। हाल ही में फ्लॉयड मेवेदर और पैकियाऊ जैसे बॉक्सर हर फाइट से सैकड़ों करोड़ रुपए इनाम में पाते हैं। इस बारे में बॉक्सिंग इंडिया के एक अधिकारी ने कहा था, “विजेंदर ने ऐमच्योर बॉक्सिंग में बहुत कुछ हासिल किया है। हो सकता है कि वह रिटायरमेंट के बाद इकोनाॅमिक कंडिशन और अपना करियर जारी रखने के लिए ऑप्शन तलाश रहे हों।