12वें दक्षिण एशियाई खेलों में भारत का रंगारंग समापन

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भारत ने बादशाहत बरकरार रखते हुए रिकार्ड 308 पदकों के साथ 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में अपने अभियान का अंत किया और लगातार 12वीं बार ओवरआल चैंपियन बना.महिला मुक्केबाजों ने दांव पर लगे तीनों स्वर्ण पदक जीते जबकि जूडो खिलाड़ियों ने भी आखिरी दिन दो स्वर्ण और दो रजत पदक हासिल किये. भारत ने कुल मिलाकर 188 स्वर्ण, 99 रजत और 30 कांस्य पदक जीते.

भारत ने इस तरह से पदकों की संख्या के मामले में लंबी छलांग लगायी. 2010 में पिछले खेलों में उसने 90 स्वर्ण सहित 175 पदक जीते.श्रीलंका 186 पदक (25 स्वर्ण, 63 रजत और 98 कांस्य) के साथ दूसरे स्थान पर रहा. पाकिस्तान ने 106 पदक (12 स्वर्ण, 37 रजत और 57 कांस्य पदक) लेकर तीसरा स्थान हासिल किया.

प्रतियोगिता के आखिरी दिन सारी प्रतियोगिता शिलांग में हुई तथा महिला मुक्केबाजों और जुडोकाओं ने अपने फाइनल मुकाबले जीते. मुक्केबाजों ने सभी दस स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिये ‘परफेक्ट 10’ बनाया. इससे पहले पुरूष मुक्केबाजों ने कल सातों स्वर्ण पदक जीते थे जबकि महिला मुक्केबाजों ने क्लीन स्वीप किया.

मेजबान भारत के रिकार्डतोड़ प्रदर्शन, भव्य आतिशबाजी, खूबसूरत लेजर शो, संगीतमय प्रस्तुति और रंगारंग  कार्यक्रम के साथ 12वें दक्षिण एशियाई खेलों का मंगलवार को भव्य समापन हो गया.केंद्रीय खेलमंत्री और सैग खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष सर्बानंद सोनोवाल ने खचाखच भरे इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में खेलों के समापन की घोषणा की.

समापन समारोह में असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, असम और मेघालय के खेलमंत्री, अगले सैग खेलों के मेजबान नेपाल और बंगलादेश के खेलमंत्री, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन रामचंद्रन और महासचिव राजीव मेहता मौजूद थे.

समापन समारोह में खिलाड़ी 2019 में नेपाल के काठमांडू में होने वाले 13वें दक्षिण एशियाई खेलों में फिर से इकठ्ठा होने की इच्छा के साथ यहां से अलविदा हुए. असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने इस अवसर पर कहा ‘‘ये खेल जबर्दस्त रुप से सफल साबित हुए और इसका श्रेय दोनों राज्यों असम तथा मेघालय के अधिकारियों और लोगों को जाता है. हमें खुशी है कि अधिकतर डेलीगेट और प्रतिभागी इन खेलों के आयोजन से पूरी तरह संतुष्ट रहे.’’

गोगोई ने कहा ‘‘हमने इन खेलों को सफल बनाने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किया. यदि कोई कमी रह गई हो तो हम उसके लिए माफी चाहते हैं. हमें इस बात की भी खुशी है कि इन खेलों से भारत और अन्य सार्क देशों के बीच मिाता बढ़ेगी. यह खेल इस बात का भी प्रमाण है कि हम इन खेलों का सफल आयोजन कर सकते हैं.’’

असम के मुख्यमंत्री ने भावुकता के साथ कहा ‘‘हम आपको अब अलविदा कहते हैं और उम्मीद करते हैं कि आप यहां से सुखद यादें लेकर जाएंगे और हमें याद रखेंगे.’’आयोजन समिति के अध्यक्ष सोनोवाल ने अपने संबोधन की शुरुआत अपनी असमी भाषा में की और संबोधन का समापन भी असमी भाषा में ही किया. सोनोवाल ने कहा ‘‘इन खेलों की सफलता का श्रेय असम और मेघालय को जाता है. मेरे लिए ये खेल बहुत मायने रखते हैं क्योंकि इसने सार्क देशों के लोगों को एक जगह इकठ्ठा कर दिया.’’

आईओए के अध्यक्ष रामचंद्रन ने सोनोवाल से खेलों को समाप्त घोषित करने का आग्रह किया और सोनोवाल ने कहा ‘‘मैं इन खेलों के समापन की घोषणा करता हूं.’’खेलों के समापन की घोषणा के बाद 12 दिनों से चल रही खेलों की ज्योति को बुझा दिया गया. इसी के साथ स्टेडियम के ऊपर आसमान भव्य आतिशबाजी से जगमगा उठा.

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