भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर पहली बार थॉमस कप का खिताब जीतकर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया।इस एतिहासिक प्रदर्शन से खेल के भारत का दर्जा भी बढ़ेगा।भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के इतिहास का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
टीम के लिए विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं लक्ष्य सेन और किदाम्बी श्रीकांत के अलावा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी ने यादगार जीत दर्ज की।भारत ने इस तरह पूरे हफ्ते शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टीम टूर्नामेंट का शानदार अंत किया जिसमें वह इससे पहले कभी फाइनल में नहीं पहुंचा था।
भारतीय टीम 1979 से कभी थॉमस कप के सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाई थी और यहां खिताबी जीत के दौरान उसने मलयेशिया और डेनमार्क जैसी मजबूत टीम को हराया।खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को एक करोड़ रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।ठाकुर ने इस ऐतिहासिक जीत के लिए भारतीय टीम के खिलाड़ियों, कोच और सहयोगी स्टाफ को बधाई थी।