लवलीना बोरगोहेन सहित अगले महीने महिला विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाला भारतीय मुक्केबाजी दल इस्तांबुल में होने वाली प्रतियोगिता से पहले इसी शहर में 15 दिवसीय शिविर के लिए गुरुवार तड़के रवाना होगा।कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल दिसम्बर में स्थगित की गई विश्व चैंपियनशिप अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार तुर्की के शहर में छह से 21 मई तक होगी।
महिला मुख्य कोच भास्कर भट ने बताया हमने साइ से आग्रह किया था कि विश्व चैंपियनिशप से पहले 15 दिवसीय शिविर को स्वीकृति दी जाए जिससे कि खिलाड़ी प्रतियोगिता से पहले हालात से सामंजस्य बैठा सकें।उन्होंने कहा इस्तांबुल में शिविर से मुक्केबाजों को अन्य देशों के प्रतिभागी मुक्केबाजों के साथ ट्रेनिंग और मुकाबले करने का मौका मिलेगा।
विश्व चैंपियनशिप भारतीय महिला मुक्केबाजों के लिए साल की पहली बड़ी प्रतियोगिता है।इसी साल जुलाई-अगस्त में बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स और सितम्बर में हांगझोउ एशियाई खेलों का भी आयोजन होना है जिसे यह साल काफी व्यस्त है।
भारतीय टीम :- नीतू (48 किग्रा), अनामिका (50 किग्रा), निकहत जरीन (52 किग्रा), शिक्षा (54 किग्रा), मनीषा (57 किग्रा), जैस्मिन (60 किग्रा), परवीन (63.5 किग्रा), अंकुशिता बोरो (66 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा), स्वीटी बूरा (75 किग्रा), पूजा रानी (81 किग्रा) और नंदिनी (प्लस 81 किग्रा)