भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान एल्वेरा ब्रिटो का बढ़ती उम्र से जुड़ी समस्याओं के कारण निधन हो गया. भारत की पूर्व महिला हॉकी कप्तान एलवेरा ब्रिटो ने 60 के दशक में हॉकी जगत में अपना लोहा मनवाया था. एल्वेरा ब्रिटो के निधन से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.
एल्वेरा और उनकी दो बहनें रीटा और मेई महिला हॉकी में सक्रिय थीं और 1960 और 1967 के बीच कर्नाटक के लिए खेली थीं, इस दौरान उन्होंने तीन बहनों के साथ सात राष्ट्रीय खिताब जीते थे. एल्वेरा ने ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और जापान के खिलाफ भारत की कमान संभाली थी.
एल्वेरा ब्रिटो 1965 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित होने वाली सिर्फ दूसरी महिला हॉकी खिलाड़ी बनी थीं. उनसे पहले एने लुम्सडेन (1961) को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था. एल्वेरा ने भी अपनी बहनों की तरह शादी नहीं की. एल्वेरा ने अपने दम पर भारत को कई मैच जिताए.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निंगोमबम ने बयान में कहा एल्वेरा ब्रिटो के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. वह अपने समय की खिलाड़ियों से आगे थी और महिला हॉकी में उन्होंने इतना कुछ हासिल किया तथा राज्य में प्रशासक के रूप में खेल की सेवा करना जारी रखा. उन्होंने कहा हॉकी इंडिया और पूरे हॉकी समुदाय की ओर से हम उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.