वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

वेस्टइंडीज के सीमित ओवरों के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने अपने 15 साल के लंबे करियर को समाप्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। पोलार्ड सीमित ओवरों के क्रिकेट में सबसे घातक बल्लेबाजों में से एक थे।

पोलार्ड 100 से अधिक टी20 मैचों में वेस्ट इंडीज का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले खिलाड़ी बने, जिन्होंने अप्रैल 2007 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना टी20 मैच में डेब्यू किया और अगले वर्ष ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टी20 की शुरुआत की।

कुल मिलाकर, उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 123 एकदिवसीय और 101 टी20 मैच खेले।पोलार्ड ने मैच में कुछ शानदार पारियां खेलीं, जिससे उनका मैच देख रहे प्रशंसक भी हैरानी में पड़ गए कि वे अपने स्ट्रोक में किस तरह के बदलाव का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, पोलार्ड ने 2007 के विश्व कप में अपना एकदिवसीय डेब्यू किया था, लेकिन वह चार साल बाद तक अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में अपनी पहचान नहीं बना पाए।

लेकिन उन्होंने एक मैच में डेवोन स्मिथ (133 गेंदों में 107 रन) के साथ मिलकर मोहाली में सिर्फ 55 गेंदों में 94 रनों की खतरनाक पारी खेली। पोलार्ड 32 ओवर के बाद 130/3 पर क्रीज पर आए, लेकिन उन्होंने और स्मिथ ने 88 रन की साझेदारी निभाकर वेस्टइंडीज को बड़ा स्कोर बनाने में मदद की।

अंत में पोलार्ड को अंतिम ओवर में आउट कर दिया गया, लेकिन इससे पहले कि वे आठ चौके और पांच छक्के लगाकर सभी के दिलों पर अपनी जगह बना गए।पोलार्ड ने भारत में खेलने का आनंद लिया और उन्होंने 2011 के अंत में उपमहाद्वीप के दौरे की शुरुआत की थी।

हालांकि यह दौरा कैरेबियाई पक्ष के लिए योजना के अनुसार नहीं था। वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा और विराट कोहली की बल्लेबाजी के दम पर भारत ने जीत हासिल की। एकदिवसीय श्रृंखला को 4-1 से भारत ने जीत ली थी। लेकिन पारी के दौरान पोलार्ड क्रीज पर जमे रहे।

उन्होंने 119 रन बनाए। पोलार्ड तब आए जब टीम के 36 रन पर चार विकेट थे। लेकिन उन्होंने भारत द्वारा दिए गए 276 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। पोलार्ड टीम के साथी ऑलराउंडर आंद्रे रसेल (42 गेंदों में 53 रन) के साथ मिलकर वेस्टइंडीज को जीत की ओर ले गए।

लेकिन अंत में टीम मैच हार गई थी।पोलार्ड शानदार फॉर्म में थे और उन्हें 2012 की शुरुआत में कैरेबियाई श्रृंखला के दौरान मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम को हरा दिया था। उन्होंने रसेल के साथ आठवें विकेट के लिए शानदार साझेदारी निभाई।

पोलार्ड ने 70 गेंदों में 102 रन की पारी खेली, लेकिन अंत में ब्रेट ली ने उन्हें आउट कर दिया। हालांकि, उन्होंने इस दौरान शतक जड़कर टीम को 294 रन तक पहुंचा दिया था।वेस्ट इंडीज ने अपना पहला टी20 विश्व कप खिताब पांच अक्टूबर 2012 को जीता और पोलार्ड तब तक अपनी छाप छोड़ चुके थे।

उन्होंने क्रिस गेल के साथ एक शानदार पारी खेली। हालांकि, उन्होंने रन कम बनाए लेकिन बल्लेबाज ने 13 गेंदों में 38 रन की पारी खेली, जिसके बाद टीम का स्कोर 200 के पार पहुंच गया था। उन्होंने सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं बल्कि गेंदबाजी से भी अपना योगदान दिया।पोलार्ड ने अपने ओवर में बैक-टू-बैक दो विकेट झटके। उन्होंने जॉर्ज बेली और पैट कमिंस का विकेट झटका था।

दोनों बल्लेबाज उस समय बेहतर फार्म में थे।2021 में गेंदबाज अकिला धनंजय ने एविन लुईस, क्रिस गेल और निकोलस पूरन को लगातार गेंदों पर आउट करके हुए हैट्रिक ली थी, लेकिन पोलार्ड ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और उन्होंने उनके ओवर में लगातार छह छक्के जड़े थे और ऐसा करने वाले पोलार्ड अंतरराष्ट्रीय खेलों में तीसरे बल्लेबाज बन गए।

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