पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली पीले रंग की एंबेसडर टैक्सी से होटल पहुंचे । आज जब वह बीसीसीआई बैठक में भाग लेने के लिये घर से निकले तो उनकी यह पसंदीदा कार आधे रास्ते में खराब हो गयी। गांगुली के ड्राइवर ने कहा बीएमडब्ल्यू एक्साइट क्रासिंग के पास ली रोड पर खराब हो गयी। उन्होंने वहीं से पीले रंग की टैक्सी की और बैठक के लिये निकले।
इस पूर्व भारतीय कप्तान को पंच तारा होटल के परिसर के बाहर सामान्य टैक्सी से उतरते हुए देखा गया। बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष ने इसके बाद बीसीसीआई की तकनीकी समिति की बैठक की अध्यक्षता की।बता दें सौरव गांगुली बीसीसीआई की एक अहम बैठक में शामिल होने गए थे। इस दौरान गांगुली ने बीसीसीआई से रणजी ट्राफी में खेलने वाले घरेलू क्रिकेटरों के लिये पर्याप्त वेतन वृद्धि करने पर विचार करने का आग्रह किया।
पता चला है कि गांगुली ने कोलकाता में बीसीसीआई की तकनीकी समिति की बैठक के दौरान इस मसले पर विस्तार से बात की। बीसीसीआई की तकनीकी समिति के एक सदस्य ने पीटीआई से कहा गांगुली ने मुंबई में रणजी कप्तानों और कोचों के सम्मेलन में उठाये गये मसलों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सभी कप्तानों ने घरेलू टूर्नामेंट में मैच शुल्क में बढ़ोतरी करने पर बात की थी।
अधिकारी ने कहा जब उन्हें बताया गया कि एक रणजी क्रिकेटर औसतन एक सत्र में दस लाख रूपये की कमाई करता है तो उन्होंने कहा कि यह बहुत कम है। दादा का कहना था कि सभी घरेलू खिलाड़ी नौकरी नहीं करते हैं। इसलिए कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर चोटिल होने और टीम से बाहर होने के डर से असुरक्षित महसूस करते हैं।
गांगुली ने सदस्यों को खिलाड़ियों के मैच शुल्क में पर्याप्त वृद्धि करने पर गंभीरता से विचार करने के लिये कहा। सभी सदस्य उनके विचार पर सहमत थे। गौरतलब है कि भारतीय आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने पूर्व कोच अनिल कुंबले को पत्र लिखकर उन्हें रणजी ट्राफी खिलाड़ियों की खराब स्थिति के बारे में बताया था। कुंबले ने हालांकि अपने विजन दस्तावेज में घरेलू क्रिकेटरों के बारे में जिक्र नहीं किया था।